एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर डीएम सख्त
एनसीआर में बढ़ रहे वायु प्रदूषण के सम्बन्ध में जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने कलेक्टे्रट सभागार में विभिन्न विभागों की समीक्षा की;
गाजियाबाद। एनसीआर में बढ़ रहे वायु प्रदूषण के सम्बन्ध में जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने कलेक्टे्रट सभागार में विभिन्न विभागों की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक में पर्यावरण में प्रदूषण के वर्तमान स्तर एवं उस पर अंकुश लगाने के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने पाया कि जनपद गाजियाबाद प्रदूषण के मापदण्ड पर एनसीआर में उच्च स्तर पर जो कि एक चिन्ता का विषय है।
समीक्षा में उन्होंने पाया कि नगर निगम द्वारा इस वर्ष अभी तक शहर में कूडा जलाने वाले 23 लोगो पर फाईन लगाया गया और 95 ऐसे लोगो पर फाईन लगाया गया जो कूड़ा फैलाते हुए पाए गए। उन्होंने पाया कि नगर निगम द्वारा अस्थाई शौलिड वेस्ट प्लान्ट अभी तक क्रियान्वयन में नहीं आया है जिसके लिए उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को 20 अक्टूबर तक चालू कराने के निर्देश पूर्व में दिए थे जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। समीक्षा में उन्होंने पाया कि ज्यादा टै्रफिक वाली जगहों पर ज्यादा प्रदूषण बढ़ जाता है जिस पर उन्होंने सीओ टे्रफिक को ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने पीडब्लूडी विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि वह ऐसी सड़कों का चिन्हीकरण करे जिन पर धूल उत्पन्न होती है। उन्होंने पीडब्लूडी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि धूल जैसी जगहों पर निरन्तर पानी का छिड़काव आदि कराया जाए। विजली विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वो कोई नए ओद्योगिक कनेक्शन ना करे और साथ ही ऐसे जनरेटर सैंट को बन्द कराए जो प्रदूषण के माप दण्ड पर खरे नहीं उतरते हैं। उन्होंने परिवहन अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसे वाहन जिनका प्रदूषण सर्टिफिकेट नहीं है उन वाहनों पर फाईन लगाया जाए।
जिलाधिकारी ने विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को नवीन निर्माण कार्यों में धूल नियंत्रण नियमों को कड़ाई से लागू कराने के आदेश दिए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन ज्ञानेन्द्र सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी यूपी पोल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड अजय शर्मा, सयुक्त नगर आयुक्त अरूण कुमार गुप्ता सीओ टै्रफिक पीपी कर्णवाल, सहित विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
डीएम ने किया अस्पताल का निरीक्षण,15 दवाइयां नहीं मिली
उप्र सरकार स्वास्थ्य सेवाओ को जनता तक पहुंचाने के लिए कृत संकल्प है राजकीय चिकित्सालयों में आम जनता को निशुल्क एवं प्रभावी चिकित्सा सुविधा मिले इसके लिए चिकित्सालयों में दवाओं की उपलब्धता चिकित्सकों की समय से उपस्थिति एवं चिकित्सालय परिसर में साफ सफाई व चिकित्सा उपकरणों को क्रिया शीलता बनाए रखने के निर्देश दिए गए है। जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी सोमवार को शासन की इन्ही प्राथमिकताओ की वस्तु स्थिति को देखने के लिए अचानक दोपहर में सयुक्त चिकित्सालय संजय नगर पहुच गई।
जहां पर उन्होंने ओषधि भण्डार के निरीक्षण के दौरान अभिलेखों में 15 दवाइयां अनुपलब्ध पाई। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि दवाओं की आपूर्ति कंपनी द्वारा की जाती है चिकित्सालय में लगभग 188 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध है अनुपलब्ध 15 दवाइयों के लिए सम्बन्धित कम्पनी को लिखा गया है। कभी-कभी आपूर्ति में देरी हो जाती है जिलाधिकारी ने दवाओं की आपूर्ति में देरी करने वाली कम्पनियों को ब्लैक लिस्ट करने हेतु अग्रिम कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को दिए औषधि भण्डार में रेबीज की दवा पर्याप्त मात्राओं में उपलब्ध मिली।
जिलाधिकारी ने दवाइयां समाप्त होने से पूर्व ही दवाइयों का मांग पत्र भेजने के निर्देश दिए। रितु माहेश्वरी ने ट्रामा सेन्टर इमरजेन्सी का निरीक्षण किया जहा पर लता पत्नी देवेन्द्र निवासी गोविन्दपुरी ने बताया कि उनका ईसीजी नहीं हो पा रहा है जिलाधिकारी ने ईसीजी कक्ष जाकर सम्वन्धित टेक्नीसियन व सीएमएस से वस्तु स्थिति की जानकारी चाही सम्बन्धित कर्मचारी द्वारा बताया गया कि डेढ घन्टे पहले मशीन में खराबी आ गयी है जिलाधिकारी ने अपने समक्ष मशीन ठीक कराकर ईसीजी का कार्य शुरू कराया। माहेश्वरी ने ईसीजी कक्ष में किए जा रहे कार्य के प्रति असन्तोष व्यक्त करते हुए निर्बाध ईसीजी कार्य संचालित करने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने एक्सरे कक्ष का निरीक्षण के दौरान पाया कि प्रतिदिन औसत 30 से 35 एक्सरे हो रहे है जब कि अल्ट्रासाउण्ड 10 से 12 प्रतिदिन हो रहे है। जिलाधिकारी ने इतनी कम संख्या में एक्सरे व अल्ट्रासाउण्ड किए जाने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए इस कार्य में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिए।
रितु माहेश्वरी ने सर्जिकल वार्ड, नेत्र चिकित्सा वार्ड दन्त रोग कक्ष ओपीडी महिला वार्ड पुरूष वार्ड आदि का निरीक्षण किया। औषधि वितरण कक्ष में चिकित्सको द्वारा मरीजों को लिखी जा रही दवाइयों के पर्चे तथा उसके सापेक्ष उपलब्ध दवाइयो का निरीक्षण किया पर्चो की दवाइयां वितरण कक्ष में उपलब्ध पायी गई। वार्डो में भर्ती मरीजों से जिलाधिकारी चिकित्सालय द्वारा उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सेवाओ, भोजन दवाईया आदि के वारे में जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने परिसर में कही-कही पर गन्दगी पर्याप्त मात्रा में कूडे के डस्टविन न पाये जाने पर साफ सफाई की प्रभावी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के समय मुख्य चिकित्साधिकारी एनके गुप्ता तथा उप जिलाधिकारी सजंय वंसल भी उपस्थित रहे।