राष्ट्रीय सेमिनार में व्याकरण एवं भाषा के महत्व पर हुई चर्चा

शारदा विश्वविद्यालय के भाषा एवं संस्कृति विभाग में एक दिवसीय छठवें वार्षिक नेशनल कांफेंस का आयोजन किया गया;

Update: 2018-03-26 14:48 GMT

ग्रेटर नोएडा।  शारदा विश्वविद्यालय के भाषा एवं संस्कृति विभाग में एक दिवसीय छठवें वार्षिक नेशनल कांफेंस का आयोजन किया गया। इस कांफेंस का मुख्य विषय अंग्रेजी भाषा शिक्षण की अगली पीढ़ी के दृष्टिकोण था। 

कार्यक्रम को संयुक्त रूप से विश्वविद्यालय के भाषा एवं संस्कृति विभाग व शिक्षण द्वारा आयोजित किया गया। इस कांफेंस में देश के जाने-माने विद्वान और शिक्षाविद् उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश टेक्निकल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. डॉ. आरके. खण्डाल एवं गेस्ट ऑफ ऑनर शारदा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. बी. एस. पवार रहे। कार्यक्रम के द्वारा सभी प्रतिभागियों और विद्यार्थियों को समाज में अंग्रेजी भाषा को आम जनता के लिए सुगम और सहज बनाने का संदेश दिया गया तथा अंग्रेजी साहित्य  में प्रयुक्त व्याकरण और भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कालेज के प्राचार्य प्रो. जॉन वर्गीज ने अंग्रेजी भाषा के प्रसार में तकनीक के महत्वल पर प्रकाश डाला, रत्नेफश कुमार झा प्रबंध निदेशक कैम्ब्रिेज यूनिवर्सिटी प्रेस एवं डॉ. विजय शर्मा, ब्रिटिश काउंसिल ने अंग्रेजी भाषा में व्याकरण के प्रयोग पर बल दिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता शारदा विश्वविद्यालय के प्रो-चासंलर वाई. के. गुप्ता ने विश्वविद्यालय की आग्रिम कार्य योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए सभी शिक्षाविदों को संबोधित कर सम्मानित किया तथा शिक्षा में अंग्रेजी भाषा के महत्व पर चर्चा की। 

प्रो. पीके. मित्रा डीन, भाषा एवं विज्ञान विभाग शारदा विश्वविद्यालय ने सभी अतिथियों का स्वागत और अंग्रेजी भाषा के वैश्विक संबंधों को मजबूती प्रदान करने एवं इसके प्रसार हेतु ट्रेनिंग के महत्व पर बल दिया। भाषा एवं संस्कृति विभाग शारदा विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रमोद शर्मा ने कार्यक्रम में आए सभी सदस्यों का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापन दिया तथा विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. कुमार गौतम आनंद ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। 

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