राष्ट्रीय संगोष्ठी में माइक्रोवेव रिमोट तकनीक पर हुई चर्चा

गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नॉलॉजी में इलेक्ट्रॉनिक्स कम्यूनिकेशन विभाग में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। ;

Update: 2017-03-31 12:06 GMT

ग्रेटर नोएडा। गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नॉलॉजी में इलेक्ट्रॉनिक्स कम्यूनिकेशन विभाग में भारत सरकार के सहयोग से ग्रामीण अनुप्रयोगों के लिए उभरते हुए माइक्रोवेव रिमोट सेंसिंग टैक्नोलॉजी पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। 
संगोष्ठी में दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न महाविद्यालयों के प्रोफेसरों व छात्रों ने भाग लिया। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि आलोक प्रसाद मित्तल मेंबर सेकेट्री आईसीटीई शामिल थे। 

वक्ता के रूप में पंजाब विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मंदीप सिंह ने छात्रों से माइक्रोवेव रिमोट सेसिंग टैक्नोलॉजी पर विस्तृत चर्चा की। आलोक प्रसाद मित्तल ने छात्रों को बताया कि माइक्रोवेव रिमोट सेसिंग तकनीकी हमें उभरती हुई माइक्रोवेव प्रौद्योगिकियों के बारे में सबसे गहरे तरीके से बताती है। इन प्रौद्योगिकियों का मुख्य उपयोग रिमोट सेसिंग के माध्यम से होता है।

जिसमें विभिन्न उपग्रहों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों के बारें में सूचना प्राप्त करने के लिए पृथ्वी को सैटेलाइट या उच्च उडान एयरक्राफ्ट द्वारा स्कैन किया जाता है। रडार इमेजेटिंग टैक्नोलॉजी का उपयोग विभिन्न कृषि उद्देश्यों, नाइट्रोजन प्रबन्धन, विभिन्न क्षेत्रों में जांच के लिए किया जाता है। संगोष्ठी में अथितियों का स्वागत डॉ. वी.के. द्विवेदी निदेशक गलगोटिया कॉलेज और डॉ. एस. लक्ष्मणन प्रमुख ईसीई विभाग जीसीईटी ने किया। कार्यक्रम में आदित्य विक्रम, मंयक तिवारी, सृष्टि शर्मा आदि शामिल हुए।

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