दिग्विजय का मोदी पर प्रहार- मोदी जी का महात्मा गॉंधी प्रेम तो केवल मुखौटा है
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा है कि मोदी जी का महात्मा गॉंधी प्रेम तो केवल मुखौटा;
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा है कि मोदी जी का महात्मा गॉंधी प्रेम तो केवल मुखौटा है।
अपने स्तापितट्विटरहैंडल पर एक खबर का लिंक शेयर करते हुए दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया
“मोदी जी का महात्मा गॉंधी प्रेम तो केवल मुखौटा है। जो गोडसे को देश भक्त मानते हैं उन्हें मोदी जी follow करते हैं। और क्या प्रमाण चाहिये।“
What do these Nathuram Godse fans have in common? They are all followed by PM Modi on Twitter - Alt News
मोदी जी का महात्मा गॉंधी प्रेम तो केवल मुखौटा है। जो गोडसे को देश भक्त मानते हैं उन्हें मोदी जी follow करते हैं। और क्या प्रमाण चाहिये। https://t.co/OpuaymTK0r
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा,
“क्या महात्मा गॉंधी के बारे में ऐसे विचार रखने वाले गॉंधी जी की150वींजयन्ती ईमानदारी से मना सकते है? हरगिज़ नहीं। यह तो केवल रस्म अदायगी है एक और जुमला है। मोदी जी यदि आप ईमानदार हैं तो गोडसे प्रेमियों को unfollow करिए.
बापू हम शर्मिंदा हैं
तेरे क़ातिल ज़िंदा हैं
“हे राम”
दुर्भाग्य है इस देश का। जिसे पूरे विश्व ने आदर्श पुरुष माना, जिसने इस देश को आज़ादी दिलाई, उसे मारने वाले जिन्हें मोदी जी follow करते हैं और उनकी ट्रोल आर्मी महामंडित कर रही है?
“हे राम” https://t.co/MTh9GaH3Eq
अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा,
दुर्भाग्य है इस देश का। जिसे पूरे विश्व ने आदर्श पुरुष माना, जिसने इस देश को आज़ादी दिलाई, उसे मारने वाले जिन्हें मोदी जी follow करते हैं और उनकी ट्रोल आर्मी महामंडित कर रही है?
“हे राम”
क्या महात्मा गॉंधी के बारे में एेंसे विचार रखने वाले गॉंधी जी के १५० वीं जयन्ति ईमानदारी से मना सकते है? हरगिज़ नहीं। यह तो केवल रस्म अदायगी है एक और जुमला है। मोदी जी यदि आप ईमानदार हैं तो गोडसे प्रेमियों को unfollow करिए
बापू हम शर्मिंदा हैं
तेरे क़ातिल ज़िंदा हैं
“हे राम”
दिग्विजय सिंह 2019 का लोकसभा चुनाव भोपाल संसदीय क्षेत्र से गोडसे भक्त भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से हार गए थे।