धूमल के हिमाचल प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बनने की संभावना
हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर को सत्ता की कमान सौंपने के बाद भी भाजपा नेतृत्व का पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल में भरोसा कायम है;
नयी दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर को सत्ता की कमान सौंपने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व का पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल में भरोसा कायम है और उन्हें पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मकर संक्रांति के बाद कभी भी धूमल को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की घोषणा कर सकते हैं।
सूत्राें के अनुसार पार्टी नेतृत्व ने तय किया है कि धूमल को राज्यसभा में सदस्य बनाने के साथ ही हिमाचल प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रखा जाएगा।
धूमल के जूनियर रहे मुख्यमंत्री ठाकुर भले ही संगठन के व्यक्ति है लेेकिन राज्य में पार्टी संगठन में धूमल की बराबरी करने में उन्हें वक्त लगेगा।
सूत्राें के अनुसार भाजपा सभी राज्यों में 2019 के लोकसभा चुनावों की बिसात बिछाना शुरू कर चुकी है और उसी रणनीति के तहत उन्हें हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में धूमल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था। पर चुनाव में धूमल की पराजय के बाद समीकरण बदल गए।
इन बदले समीकरणों में ठाकुर को मुख्यमंत्री बना दिया गया। पर धूमल की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करने को लेकर माथापच्ची चल रही है।
पार्टी नेतृत्व ने मन बना लिया है कि उन्हें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनाया जाए और वह पार्टी संगठन को मज़बूत बनाएं। विधानसभा चुनाव में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी पराजित हुए हैं और उन्हें भी बदला जाना है।
जानकारों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश की राजनीति में भाजपा में श्री धूमल का और कांग्रेस में वीरभद्र सिंह का कोई विकल्प नहीं है।
यही कारण है कि दोनों पार्टियां इन दोनों नेताओं की बड़ी उम्र के बावजूद उनको विश्राम देने को तैयार नहीं हैं। इसके कारणों की चर्चा करते हुए जानकारों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की आबादी का सबसे बड़ा हिस्सा (करीब 36 प्रतिशत) क्षत्रियों का है और स्वाभाविक रूप से राजनीतिक वर्चस्व भी उनका ही है।
हिमाचल प्रदेश में धूमल और सिंह को ही बड़ा नेता माना जाता है जिनका राज्य के हर कोने में अपनी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर प्रभाव है।