प्रधान आरक्षक की बर्खास्तगी की मांग, लोगों में आक्रोश

मोबाईल चोरी का रिपोर्ट लिखाने गये 84 वर्शीय वयोवृद्व रिटायर्ड थाना प्रभारी के साथ पेण्ड्रा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक हरनारायण पाठक द्वारा अभद्र व्यवहार कर धक्का देकर गिराये जाने का मामला तूल पकडता;

Update: 2017-09-02 13:01 GMT

पेण्ड्रा। मोबाईल चोरी का रिपोर्ट लिखाने गये 84 वर्शीय वयोवृद्व रिटायर्ड थाना प्रभारी के साथ पेण्ड्रा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक हरनारायण पाठक द्वारा अभद्र व्यवहार कर धक्का देकर गिराये जाने का मामला तूल पकडता जा रहा है। पीडित द्वारा घटना की शिकायत उन्होने एडिशनल एसपी से किये जाने के बावजूद दोषी प्रधान आरक्षक के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नही किये जाने से नाराज छत्तीसगढ प्रगतिशील पेंशनर कल्याण संघ पेण्ड्रा, गौरेला, मरवाही एवं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पेण्ड्रा, गौरेला नागरिक आंदोलन एवं थाना घेराव की चेतावनी देते हुए प्रधान आरक्षक के बर्खास्तगी की मांग की है। 

पेण्ड्रा पुलिस अनुभाग में पदस्थ प्रधान आरक्षक हरनारायण पाठक अपनी कारगुजारियों के कारण लगातार विवादों में रहे है। अभी एक माह पूर्व ही नागरिकों द्वारा की गई शिकायतों के कारण हरनारायण पाठक को पुलिस चौकी कोटमी से हटाकर पेण्ड्रा थाने में पदस्थ किया गया था। यहा पदस्थ हुए उन्हें एक डेढ माह ही हुए है कि पेण्ड्रा में एक वयोवृद्व सेवानिवृत्त रिटायर्ड थानेदार से र्दुव्यवहार कर उन्हे धक्का देकर गिराये जाने मामले में विवादों में फस गए है जिस पर उन्हे निलंगित करने की मांग शुरू हो गई है।

दरअसल पेण्ड्रा के पुरानी बस्ती वार्ड क्रमांक 05 में रहने वाले 84 वर्शीय वयोवृद्व रिटायर्ड थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर के घर से दो मोबाईल चोरी हो गए। इस मोबाईल के चोरी होने से उन्हे गैस सब्सिडी वाला सिलेंड़र मिलना बंद हो गया। मोबाईल में लगे सिम के नम्बर को वापस पाने के लिये जगदीश सिंह पेण्ड्रा थाने में मोबाईल चोरी की सूचना दर्ज कराने गये। वहां उपस्थित मुंशी ने पहले तो उनसे आवेदन लेने से मना कर दिया उसके बाद उन्होने आवेदन देने का पुन: प्रयास किया तो मुंशी उनसे अभद्रतापूर्वक बात करने लगा। अपने साथ अभद्रता होने पर जगदीश सिंह ठाकुर ने मुंशी को अपना परिचय बताया कि वे भी रिटायर्ड पुलिसकर्मी है तो मुंशी और अधिक आगबबूला होकर उन्हे धक्के मारकर गिरा दिया। इस घटना के बाद थाना पहुंचे एएसआई बी.एस.ठाकुर ने विवाद शांत कराया तथा जगदीश सिंह ठाकुर से आवेदन लिया। 

इस घटना से व्यथित होकर वायोवृद्व रिटायर्ड थाना प्रभारी ने अपने साथ आपबीती की शिकायत पेण्ड्रारोड की एडिशनल एसपी मधुलिका सिंह से किया था परंतु घटना के प्रकाश में आ जाने के 5-6 दिन बाद भी दोशी प्रधान आरक्षक के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नही हुई है जिसके बाद से नागरिकों में आक्रोश था ही और अब छत्तीसगढ प्रगतिशील पेंशनर कल्याण संघ पेण्ड्रा, गौरेला, मरवाही एवं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पेण्ड्रा, गौरेला ने घटना के संबंध में पुलिस विभाग की असंवेदनशीलता का विरोध जताते हुए वरिश्ठ नागरिक आंदोलन एवं थाना घेराव की चेतावनी देते हुए कहा है कि दोशी प्रधान आरक्षक को तत्काल निलंबित किया जाकर उस पर कठोर कार्यवाही किया जाये।

अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पेण्ड्रा, गौरेला ने भी पुलिस महानिदेशक रायपुर को घटना की शिकायत करते हुए कहा गया है कि प्रधान आरक्षक हरनारायण पाठक थाना मरवाही एवं पुलिस चौकी कोटमी में पदस्थाना के दौरान आम जनता से र्दुव्यवहार तथा मारपीट का आरोपी रहा है। पुलिस चौकी कोटमी में पदस्थ रहने के दौरान उसके द्वारा एक नाबालिग आदिवासी छात्र की बेरहमी से पिटाई की गई थी जिसके कारण उन्हे वहां से हटाकर पेण्ड्रमें पदस्थ किया गया है परंतु प्रधान आरक्षक की गतिविधियों में कोई सुधार नही आया है। ऐसे में शासन के नियमानुसार विवादित प्रधान आरक्षक के बर्खास्तगी की मांग पुलिस महानिदेशक से की गई है। ज्ञापन सौपने वालों में छत्तीसगढ प्रगतिशील पेंशनर कल्याण संघ पेण्ड्रा के अध्यक्ष शिवशंकर तिवारी, कार्यकारी अध्यक्ष शोभनाथ तिवारी, वरिश्ठ उपाध्यक्ष केके मिश्रा, सचिव मोहनीशंकर तिवारी, कोशाध्यक्ष आरपी नामदेव सहित 11 सदस्यीय मंडल शामिल रहा। वहीं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पेण्ड्रा, गौरेला के अध्यक्ष भारत सिंह बिसेन, रामप्रकाश सिंह, उपेंद्र सिंह, कपिलदेव राणा, पुष्पराज सिंह, संदीप सिह चौहान, अनिल सिंह, शैलेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह चौहान, दीपक सिंह, आकाश सिंह, निशांत सिंह ने प्रधान आरक्षक को बर्खास्त करने की मांग की है। 

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