राज्यसभा के 269 वें सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, सत्र की उत्पादकता 121 प्रतिशत रही

राज्यसभा के 269 वें सत्र की कार्यवाही शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। सभापति सी पी राधाकृष्णन ने सदन के समवेत होते ही जरूरी विधायी दस्तावेज सदन के पटल पर रखे जाने के बाद सदस्यों से कहा कि हम 269 वें सत्र के समापन पर आ गये हैं;

Update: 2025-12-19 06:13 GMT

राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

नई दिल्ली। राज्यसभा के 269 वें सत्र की कार्यवाही शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। सभापति सी पी राधाकृष्णन ने सदन के समवेत होते ही जरूरी विधायी दस्तावेज सदन के पटल पर रखे जाने के बाद सदस्यों से कहा कि हम 269 वें सत्र के समापन पर आ गये हैं।

कार्यवाही स्थगित करने से पहले अपनी टिप्पणी में उन्होंने कहा कि यह सत्र काफी सार्थक रहा और सदस्यों ने जरूरी विधायी कामकाज पूरा कराने में अच्छा सहयोग दिया।

उन्होंने पहली बार सदन की कार्यवाही के संचालन में उनका सहयोग करने के लिए सभी सदस्यों के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि राज्यसभा का 269 वां सत्र उपलब्धियों भरा रहा है। इस दौरान शून्यकाल में प्रतिदिन औसतन 15 विषय उठाये गये और 87 विषय विशेलष उल्लेख के तहत उठाये गये। सदन ने ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण विषयों तथा विधेयकों पर सार्थक तथा अच्छी बहस की।

सभापति ने कहा कि सदन मेंं ऐतिहासिक वंदे मातरम पर बहस में 82 सदस्यों ने हिस्सा लिया। चुनाव सुधारों पर हुई चर्चा में भी 57 सदस्यों ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सदन ने आठ महत्वपूर्ण विधेयक पारित किये और लोकसभा को लौटाए। उन्होंने कहा कि सदन में 59 निजी विधेयक पेश किये गये। सदन में कुल 92 घंटे चर्चा हुई और इसकी उत्पादकता 121 प्रतिशत रही।

उन्होंंने कहा कि कुछ सदस्यों ने गुरुवार रात सदन में अनुचित व्यवहार किया और सदन में पेपर फाड़कर फेंके जाने की घटना हुई। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये सदस्य आत्मचिंतन करेंगे और भविष्य में सदन में इस तरह का व्यवहार नहीं होगा।

संसद का शीतकालीन सत्र एक दिसम्बर को शुरू हुआ था और इस दौरान कुल 15 बैठकें हुई।

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