दिल्ली सरकार ने यमुना मां की सफाई पर पुरानी स्क्रिप्ट की लगाई रट : आदेश गुप्ता

छठ पूजा पर यमुना की सफाई पर एक बार फिर सियासत होने लगी है;

Update: 2022-10-21 22:43 GMT

नई दिल्ली। छठ पूजा पर यमुना की सफाई पर एक बार फिर सियासत होने लगी है। प्रदेश भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर फिर हमला बोलते हुए कहा, एक बार फिर से छठ पूजा और चुनाव आते ही सरकार अपना पुराना राग अलापना शुरू कर दी है और एक बार फिर से यमुना मां की सफाई की याद आने लगी है।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, केजरीवाल साल 2014 से लेकर अब तक अनगिनत बार यमुना मां की सफाई को लेकर घोषणाएं कर चुके हैं, लेकिन यमुना मां की स्थिति पहले से भी ज्यादा बदतर होती जा रही है और केजरीवाल हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।

केजरीवाल ने हमेशा ही दिल्लीवालों को गुमराह करने का काम किया है। यमुना को थेम्स नदी बनाना, उसमें दिल्लीवालों को डुबकी लगवाने जैसे और ना जाने कितने वायदे कर चुके केजरीवाल आज तक यमुना सफाई को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा पाए हैं। केंद्र सरकार ने यमुना सफाई के लिए करोड़ों रुपये दिए लेकिन आज तक उन पैसे से सरकार ने क्या किया, जमीन पर कोई काम नहीं दिखता।

आदेश गुप्ता ने बताया, प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2020 तक केजरीवाल सरकार को यमुना की सफाई के लिए 673 करोड़ रुपये दिए, लेकिन केजरीवाल ने यमुना को थेम्स की जगह नाला बनाकर छोड़ दिया है। एसटीपी प्लांट लगाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिए गए 2409 करोड़ रुपये को अपनी राजनीतिक पर्यटन में पानी की तरह बहा दिए और आज जब छठ पूजा नजदीक आयी है और चुनाव की आहट सुनाई देने लगी है तो केजरीवाल फिर से यमुना साफ करने की बात करने लगे हैं।

भाजपा के मुताबिक, यमुना लगभग 80 फीसदी प्रदूषित दिल्ली में होती हैं। जबकि यमुना का सिर्फ 2 फीसदी हिस्सा ही दिल्ली के अंदर से होकर गुजरता है। हरियाणा से प्रवेश करते वक्त यमुना पूरी तरह साफ होती है, लेकिन दिल्ली से जब होकर गुजरती है तो यह 80 फीसदी प्रदूषित हो जाती है। अगर यमुना नदी को देखा जाए तो उसमें भारी मात्रा में सफेद झाग नजर आते हैं। वह कुछ और नहीं बल्कि पानी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने की वजह से बनने वाला झाग है।

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