विधायकों को अयोग्य करार देने का फैसला पक्षपातपूर्ण: चिदंबरम

पी. चिदंबरम ने तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष पी. धनपाल के एआईएडीएमकेके 18 बागी विधायकों को अयोग्य करार देने के फैसले को अल्पमत सरकार की मदद के लिए किया गया 'स्पष्ट रूप से पक्षपातपूर्ण' फैसला करार दिया;

Update: 2017-09-19 12:31 GMT

नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने मंगलवार को तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष पी. धनपाल के ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के 18 बागी विधायकों को अयोग्य करार देने के फैसले को अल्पमत सरकार की मदद के लिए किया गया 'स्पष्ट रूप से पक्षपातपूर्ण' फैसला करार दिया। उन्होंने साथ ही कहा कि राज्य 'बेतुकी बातों का रंगमंच' बन गया है। 

चिदंबरम ने ट्वीट किया, "डूबते जहाज को कोई नहीं बचा सकता। लकवाग्रस्त तमिलनाडु सरकार के लिए बहुमत जुटाने के लिए 18 विधायकों को अयोग्य करार दे दिया गया। तमिलनाडु बेतुकी बातों का रंगमंच बन गया है।" 

उन्होंने व्यंग्यपूर्ण में अंदाज कहा, "अगर तमिलनाडु के विधानसभा अध्यक्ष सही हैं, तो एक विधायक दल के किसी निर्वाचित नेता को असहमत विधायकों द्वारा बदला नहीं जा सकता? एक बार निर्वाचित होने पर, पांच वर्षो तक मुख्यमंत्री।"

चिंदबरम ने इसे एक बहुत बड़ा धोखा करार दिया। विधानसभा अध्यक्ष धनपाल ने सोमवार को पार्टी से हटाए गए उपमहासचिव टी.टी.वी. दिनाकरन के प्रति निष्ठा रखने को लेकर 18 विधायकों को दल बदल विरोधी कानून के आधार पर अयोग्य घोषित कर दिया। 

Full View

Tags:    

Similar News