दारूल उलूम ने की मदरसा छात्रों के धरना प्रदर्शन की निन्दा

दारूल उलूम ने मदरसा छात्रों द्वारा बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में शहर में निकलकर हंगामा करने, धरना प्रदर्शन करने और राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाने की हरकतों की कड़ी निंदा की है।;

Update: 2019-12-12 13:55 GMT

सहारनपुर। विश्व प्रसिद्ध इस्लामिक शिक्षण संस्था दारूल उलूम देवबंद के कुलपति मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने मदरसा छात्रों द्वारा बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में शहर में निकलकर हंगामा करने, धरना प्रदर्शन करने और राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाने की हरकतों की कड़ी निंदा की है।

मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने गुरूवार को जारी बयान में कहा कि नागरिकता कानून बनाए जाने का इस तरीके से मदरसा छात्रों ने विरोध किया है, यह किसी भी तरह से जायज नहीं है और दारूल उलूम की कभी भी ऐसी कोई परंपरा नहीं रही है। उन्होंने कहा कि छात्रों की इस हरकत के लिए दारूल उलूम और प्रबंधन इसका जिम्मेदार नहीं है।

उन्होंने कहा किक हमने उन्हें ऐसा करने के लिए कभी भी नहीं कहा। हजारों छात्राें के बुधवार शाम एकजुट होकर शहर की सड़कों पर निकलने और बाजारों में चहलकदमी करने से शांति व्यवस्था भंग हुई और पूर्व में घोषित सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन हुआ। पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार ने मदरसा छात्रों की इस हरकत पर हैरानी जाहिर की। दारूल उलूम कभी भी सीधे तौर पर सियायत में नहीं कूदता है। पहली बार उसके छात्रों ने राजनीतिक मामले पर प्रदर्शन कर सबको चौकाने का काम किया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दिनेश कुमार ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जायेगी।
 

 

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