लल्लू की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेसियों ने जताया आक्रोश
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस कार्यकताओं ने प्रदेश भर में उपवास रखा और काली पट्टी बांध कर सरकार के कदम के प्रति आक्रोश जाहिर किया;
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस कार्यकताओं ने प्रदेश भर में उपवास रखा और काली पट्टी बांध कर सरकार के कदम के प्रति आक्रोश जाहिर किया।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से प्राप्त विज्ञप्ति के अनुसार कांग्रेस के जिला एवं शहर अध्यक्षों, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर एवं उपवास रखकर विरेाध प्रदर्शन किया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लाईव रहकर प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ आवाज उठाकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को तत्काल बिना शर्त रिहा करने की मांग की। इसके बाद सभी पदाधिकारियों ने राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन प्रेषित किया।
ज्ञापन में कहा गया है कि वर्तमान में कोरोना महामारी से पूरा देश प्रभावित है इसके चलते लगाये गये लाॅकडाउन से लाखों प्रवासी मजदूर, किसान, असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमी, मछुवारे और दिहाड़ी मजदूर तकलीफ में हैं। परिवहन की सुविधा उपलब्ध न होने के कारण रास्ते में बहुत से प्रवासी मजदूरों की मौत हो गयी है। इन मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा एक हजार बसें चलाने का निर्णय लिया था जिसे प्रदेश सरकार की हठधर्मिता के चलते मंजूरी नहीं दी गयी।
इसका विरोध करने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया जो 21 मई से लखनऊ जेल में हैं। साथ ही साथ पूरे प्रदेश में जिला/शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों और नेताओं के ऊपर भी फर्जी मुकदमें लगाये गये हैं जो प्रदेश सरकार की गरीब, मजदूर विरेाधी तानाशाहीपूर्ण रवैये को उजागर करता है।
ज्ञापन में मांग की गयी है कि श्री लल्लू को तत्काल रिहा किया जाये। साथ ही साथ नेताओं के खिलाफ दर्ज किये गये फर्जी मुकदमें वापस लिये जायें। प्रदेश कांग्रेस के दफ्ता में सैंकड़ों की संख्या में वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध किया जिनमें पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी, नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना, पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ल, उपाध्यक्ष वीरेन्द्र चौधरी, महामंत्री विश्वविजय सिंह, प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव, मीडिया संयोजक ललन कुमार आदि शामिल थे।