कांग्रेस 26 मई को विश्वासघात दिवस मनाएगी
कांग्रेस पार्टी अन्य विपक्षी दलों के साथ 26 मई को विश्वासघात दिवस मनाएगी और जिस दिन नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी, उस दिन देशव्यापी विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी;
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी अन्य विपक्षी दलों के साथ 26 मई को विश्वासघात दिवस मनाएगी और जिस दिन नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी, उस दिन देशव्यापी विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी।
कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि विरोध प्रदर्शन का विषय होगा 'भारत के साथ विश्वासघात किया' और विपक्ष वादे पूरा करने में सरकार की विफलता को रेखांकित करेगा।
गहलोत ने 'विश्वासघात, चार सालों में सिर्फ बात ही बात' शीर्षक वाला एक पोस्टर जारी करते हुए कहा कि आपने जैसा कि कर्नाटक में देखा, विपक्षी पार्टियां कांग्रेस के साथ एकजुट होंगी और मोदी सरकार को बेनकाब करेंगी।
उन्होंने कहा, "देश में हालात इस तरह के हैं और समाज का हर वर्ग इतना नाराज है कि लोग देश की हरेक पार्टी को मजबूर करेंगे कि वे एकजुट होकर मोदी और भाजपा को हराएं।"
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस 26 मई को देशभर में विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी और यह बताएगी कि किस तरह लोगों का इस सरकार से भरोसा उठ गया है और इस फासिस्ट और भ्रष्ट सरकार ने लोगों के साथ विश्वासघात किया है।
उन्होंने कहा, "चार साल पहले नरेंद्र मोदी ने कई सारे वादे किए थे। जनता ने उनपर विश्वास किया। लेकिन उन्होंने जनता के साथ विश्वासघात किया। किसान, युवा, कारोबारी, महिलाएं, हर कोई आज ठगा हुआ महसूस कर रहा है। कांग्रेस समाज के उन सभी वर्गो की आवाज उठाएगी, जो महसूस करते हैं कि मोदी सरकार ने उनके साथ विश्वासघात किया है।"
गहलोत ने कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "लोगों में भय और अविश्वास की भावना है। उनका भरोसा टूट गया है। ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं। यह लूट है। उन्हें (सरकार) इसकी कोई फिक्र नहीं है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन मुद्दों को भी उठाएगी, जिनसे आम आदमी बुरी तरह परेशान है।