मोदी अपने भूखंड के संबंध में अलग-अलग जानकारी दे रहे :पवन खेड़ा

कांग्रेस ने गुजरात के अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक खाली भूखंड के मालिकाना हक पर सवाल उठाते हुए रविवार को कहा कि  मोदी काे इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए;

Update: 2019-05-05 18:20 GMT

नयी दिल्ली । कांग्रेस ने गुजरात के अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक खाली भूखंड के मालिकाना हक पर सवाल उठाते हुए आज कहा कि  मोदी काे इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी अपने भूखंड के संबंध में अलग-अलग जानकारी दे रहे हैं और इससे भ्रम की स्थिति बन रही है। वह अपने भूखंड का नंबर हलफनामे में अलग-अलग बता रहे हैं। इसलिए प्रधानमंत्री को वास्तविक स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी वर्ष 2002 के एक हलफनामे में और हाल में ही वाराणसी लोकसभा सीट के लिए भरे हलफनामे में एक ही भूखंड के अलग-अलग पते भरते हैं। सवाल उठने पर भारतीय जनता पार्टी कहती है कि चार भूखंड आपस में जोड़ दिये गये हैं और ये गुजरात सरकार ने आवंटित किये हैं। 

खेड़ा ने कहा कि गुजरात सरकार विधायकों, सांसदों और कुछ चुनिंदा अधिकारियों को भूखंड आवंटित करती है और इसे बेचा या स्थानांतरित नहीं किया जा सकता। मोदी ने जिन चार भूखंडों को आपस में जोड़ा है, उनके मालिक अलग-अलग हैं और इनमें एक की मृत्यु हो चुकी है। प्रावधानों के अनुसार यह भूखंड सरकार को वापस कर दिया जाना चाहिए। उन्होेंने कहा कि चार भूखंडों की एक चहारदीवारी गैर-कानूनी हैं। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि हलफनामे में भूखंड के बारे में गलत जानकारी दी गयी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने इस मामले में उच्चतम न्यायालय में झूठ बोला है।

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