राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ पर कांग्रेस नेता व मुख्यमंत्रियों का केंद्र पर हमला, कहा : लोकतंत्र का गला न घोटें
नेशनल हैराल्ड मामले में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस वरिष्ठ नेता मलिकार्जुन खड़गे ने संयुक्त वार्ता का नेतृत्व कर केंद्र सरकार पर हमला बोला है;
नई दिल्ली। नेशनल हैराल्ड मामले में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस वरिष्ठ नेता मलिकार्जुन खड़गे ने संयुक्त वार्ता का नेतृत्व कर केंद्र सरकार पर हमला बोला है।
केंद्र सरकार पर पहला हमला करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, नेशनल हेराल्ड जिसने देश की आजादी के जिस अखबार ने प्रमुख भूमिका निभाई थी, वो जब घाटे में आई तो कांग्रेस पार्टी ने मदद की और उस प्रकरण में आज हमारे नेता राहुल गांधी को ईडी ने तलब किया है। बीजेपी की सरकार जब से बनी है विपक्ष या जहां विपक्ष की सरकारें हैं वहां सेंट्रल एजेंसी का लगातार इस्तेमाल कर मुकदमे दर्ज किए हैं। भारतीय जनता पार्टी शासित एक भी राज्य में उनके समर्थक दलों व दल के नेताओं पर कोई भी आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं किया गया है।
सेंट्रल एजेंसी का इस्तेमाल कर विपक्ष को दबाने की कोशिश की जा रही है, यदि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाते हैं तब मामला रफा-दफा हो जाता है। नेशनल हेराल्ड के मामले में जिस तरह हमारी पार्टी के नेता तलब किया गया है इसके खिलाफ हजारों कार्यकतार्ओं ने पूरे देश भर में धरना प्रदर्शन किया है कांग्रेस दफ्तर से नेताओं को बाहर तक निकलने नहीं दिया जा रहा था।
इसके बाद राजस्थान के सीएम ने सीएम बघेल की बातों का समर्थन कर कहा कि, आज मिलने के लिए मैंने ईडी के डायरेक्टर, सिबिआई डायरेक्टर और इनकम टैक्स के वरिष्ठ अधिकारी गुजारिश की थी। मैं अपनी भावना व्यक्त करना चाहता हूं और पूरे मुल्क के लोगों की भावना क्या है? हमारी एजेंसी यदि कमजोर होगी तो उसके परिणाम क्या निकलेंगे? आपकी अंतरात्मा क्या कहती है उसपर गौर करें।
मुझे खुशी हुई पहले कि समय देने के लिए तत्काल फोन आने लग गए। लेकिन बाद में कहा गया कि आपको आने कि जरूरत नहीं हम खुद जयपुर आकर मिल लेंगे।
गहलोत ने देश के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि, आने वाला समय देश के अंदर आपका है, लोकतंत्र खतरे में है। संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं। कानून का राज समाप्त हो रहा है। बुलडोजर चल रहा है, लोग सिमित समय के लिए खुश हो सकते हैं। बुलडोजर कभी आपके घर भी चल सकता है।
इसके अलावा जब अशोक गहलोत से पूछा गया कि आगे क्या रणनीति रहेगी? तो इसपर गहलोत ने साफ कर दिया है कि, सभी एक एक कदम पर देखेंगे कि जो तरीका इन्होने अपनाया है, उसी तरह से कांग्रेस भी जवाब देने में सक्षम है।
मोदी जी ने सत्ता में आने के बाद पहले ही कहा था कांग्रेस मुक्त भारत बनाएंगे उनके दिल में जो आग लगी हुई है। आधुनिक भारत जब बना तो वो कांग्रेस की देन है आजादी के पहले और आजादी के बाद में जो त्याग जो बलिदान दिया वह कांग्रेस के नेताओं ने दिया है, यह सब मोदी जी को नहीं भूलना चाहिए। मोदी जी ने कभी भी इंदिरा गांधी जी की शहादत को याद नहीं किया, जिन्होंने देश को खालिस्तानी नहीं बनने दिया, हमेशा एक रखा वह खुद शहीद हो गई। देश के लिए राजीव गांधी भी शहीद हो गए।
राहुल गांधी, सोनिया गांधी और विपक्ष लगातार कह रहा है कि प्रधानमंत्री को पूरे मुल्क से अपील करनी चाहिए कि शांति बनाए रखें और भाईचारा कायम रखें। हम हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे यह कहने में भी गृह मंत्री अमित शाह और मोदी जी को संकोच है, उसके बदले में ईडी के छापे डलवा रहे हों।