कांग्रेस ने धर्म को औजार बनाकर धर्मनिरपेक्षता को बेनकाब किया: चौहान

कांग्रेस सरकार द्वारा लिंगायत समाज को अलग धर्म का दर्जा देने पर कहा है कि कर्नाटक में सियासी खुदगर्जी के लिए कांग्रेस ने धर्म को औजार बनाकर अपनी छद्म धर्मनिरपेक्षता को बेनकाब कर दिया है।;

Update: 2018-03-22 11:00 GMT

भोपाल।  भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष और सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा लिंगायत समाज को अलग धर्म का दर्जा देने पर कहा है कि कर्नाटक में सियासी खुदगर्जी के लिए कांग्रेस ने धर्म को औजार बनाकर अपनी छद्म धर्मनिरपेक्षता को बेनकाब कर दिया है।

भारतीय जनता पार्टी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक चौहान ने कहा कि भारतीय संविधान ने राजनीति में धर्म के उपयोग की वर्जना की है, धार्मिक आधार पर जहां भी आरक्षण दिया गया और विधानसभाओं ने विधेयक पारित किया वह न्यायालय की कसौटी पर कभी और कहीं खरा नहीं उतरा।

सर्वोच्च न्यायालय ने उसे ठुकरा दिया, ऐसे में कांग्रेस यदि कर्नाटक में आगामी मई में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिंगायत और वीर शैव सम्प्रदायों को स्वतंत्र धर्म मानने की अवधारणा का प्रतिपादन करती है, तो यह संविधान की अवहेलना और लोकतंत्र का मखौल उड़ाना होगा।
इसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा।

श्री चौहान ने कहा कि कर्नाटक में लिंगायत और वीर शैव का पृथकता की विशिष्टता प्रदान करके कांग्रेस यदि इसे अपना वोटबैंक बनाना चाहती है तो जनता में यही संदेश जायेगा कि कांग्रेस अपना समर्थन जुटाने के लिए सामाजिक ताने-बाने को आघात पहुंचा रही है।

 

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