आत्मदाह के प्रयास के मामले में कांग्रेस भाजपा आमने सामने

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने दो महिलाओं की आत्मदाह को लेकर राजनीति तेज हो गयी है।;

Update: 2020-07-18 16:53 GMT

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने दो महिलाओं की आत्मदाह को लेकर राजनीति तेज हो गयी है। अमेठी की सांसद और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर ओछी राजनीति का आरोप लगाया है वहीं कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर साजिश के तहत कांग्रेसी नेता को फंसाने का इल्जाम मढ़ा है।

श्रीमती ईरानी ने ट्वीट किया “ जो जनता का पैसा लूट रहे थे अब वे अपने राजनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए महिलाओं को जिंदा जलाने के स्तर तक पहुंच गए हैं, क्योंकि वे अमेठी हार चुके है। क्योंकि वे बीजेपी के सामने खड़े नहीं हो सकते।”

केन्द्रीय मंत्री ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम लिये बगैर कहा “ राजकुमारी अब सिंहासन पर एक शॉट चाहती है।”

उधर, कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह ने कहा कि विधानसभा के गेट नम्बर तीन पर आत्मदाह के बाद प्रशासनिक कमी को छुपाने के कांग्रेस प्रवक्ता को फंसाने की भाजपा साजिश रच रही है। भाजपा को राजनीतिक शिष्टाचार नहीं भूलना चाहिए। कोई भी पीड़ित किसी भी राजनीतिक या सामाजिक संगठनों से मदद मांगता है। उसके दफ्तर जाता है, यह एक सामान्य सी बात है। भाजपा क्या कभी विपक्ष में नहीं रही है। क्या भाजपा कभी विपक्ष में नहीं होगी।

उन्होने कहा कि अमेठी की सांसद लॉक डाउन में जनता की सेवा करने के बजाय लूडो और अंताक्षरी खेल रही थीं। अब उनके क्षेत्र में सत्ता संरक्षण में अपराध इतना बढ़ गया कि जनता आत्मदाह को मजबूर है। वे आखिर कहां गायब हैं।

श्री सिंह ने कहा कि सरकार ने अपनी गलती मानते हुए थाने के दरोगा को सस्पेंड भी किया है। फिर ये बिना सर पैर की साज़िश क्यों रच रही है। हजरतगंज से लेकर जामों तक पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही क्यों हो रही है। पुलिस और अपराधियों के गठजोड़ के चलते पीड़ित आत्मदाह को मजबूर हुईं हैं। भाजपा नेताओं से लेकर पुलिस के आला अफसरों तक न्याय की गुहार लगाने वाली पीड़ित महिलाएं आत्मदाह करने को क्यों मजबूर हुईं इसका जवाब भाजपा को देना पड़ेगा।

इस बीच बसपा और प्रसपा ने आत्मदाह के प्रयास की घटना की भर्त्सना करते हुये आरोपी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा “ जमीन विवाद प्रकरण में अमेठी जिला प्रशासन से न्याय न मिलने पर माँ-बेटी को लखनऊ में सीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। यूपी सरकार इस घटना को गम्भीरता से ले तथा पीड़ित को न्याय दे व लापरवाह अफसरों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना पुनः न हों।”

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा “ यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भूमि विवाद में अमेठी प्रशासन से न्याय न मिलने पर मां बेटी को लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। प्रदेश सरकार आत्मदाह की घटना को गंभीरता से ले और पीड़ित पक्ष को न्याय प्रदान करे व दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करे। ”

इससे पहले लखनऊ के पुलिस आयुक्त सुजीत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर आत्मदाह के प्रयास की घटना के पीछे सरकार को बदनाम करने की साजिश बताया। उन्होने कहा कि लोकभवन के सामने अमेठी की निवासी मां बेटी को आत्मदाह के लिये प्रेरित करने के मामले में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अमेठी जिला अध्यक्ष कादिर खान और कांग्रेस प्रवक्ता अनूप पटेल की भूमिका सामने आयी है। इसके अलावा मां बेटी को अमेठी से लखनऊ लाने वाली आसंमा और सुल्तान नामक महिला को भी नामजद किया गया है। आसंमा और कादिर खान को गिरफ्तार कर लिया गया है।

गौरतलब है कि अमेठी के जामो क्षेत्र निवासी सोफिया और उसकी पुत्री गुड़िया ने शुक्रवार को लोकभवन के गेट नम्बर तीन के सामने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा ली थी। पुलिस ने दोनो को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। पीड़िता ने पत्रकारों को बताया कि गांव में कुछ दबंगों ने नाली के विवाद में उसे और मां की सरेआम पिटाई की। मामले की गुहार थाने में लगायी थी जहां से उन्हे भगा दिया गया। बाद में आला अधिकारियों के हस्तक्षेप से प्राथमिकी दर्ज हुयी।
 

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