26 जून को राजधानी में होगा लोकतंत्र सेनानियों का सम्मेलन
प्रदेश सरकार द्वारा मीसाबंदियों को लोकतंत्र सेनानी का दर्जा प्रदान कर 2008 से सम्मान निधी प्रदान की जा रही है;
मीसाबंदियों को मध्यप्रदेश के समान सुविधा प्रदान करने की मांग
जांजगीर। प्रदेश सरकार द्वारा मीसा बंदियों को लोकतंत्र सेनानी का दर्जा प्रदान कर 2008 से सम्मान निधी प्रदान की जा रही है। मगर अभी भी इन सेनानियों की कुछ समस्याएं ऐसी है, जिन पर राज्य शासन को ध्यान देने की जरूरत है। ऐसे में आपातकाल की 38 वीं वर्षगांठ पर 26 जून को राजधानी रायपुर में लोकतंत्र सेनानी संघ का परिवार सम्मेलन आयोजित किया गया है। जहां इन्हें सम्मानित किया जायेगा।
लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। उन्होंने बताया कि इस आयोजन के लिए वे स्वयं सहयोगियों के साथ प्रदेश भर का दौरा कर रहे है। लोकतंत्र सेनानी संघ की ओर से 26 जून को संकल्प दिवस का आयोजन प्रदेश के सभी मीसाबंदी/ डीआईआर धारा 151, 107, 116 में निरूद्ध किये गये लोग अथवा उनके परिवार के सदस्य सम्मिलित होंगे।
इस आयोजन में केन्द्रीय मंत्रीगण के अलावा मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं को निमंत्रित किया गया है। जहां लोकतंत्र सेनानी संघ के सहयोगी संगठन लोकतंत्र प्रहरी द्वारा आपातकाल के दौरान सत्याग्रह किये ऐसे सत्याग्रहियों एवं नक्सली घटनाओं में हुये शहीद परिवारों को सम्मानित किया जायेगा।
इस दौरान देश व छत्तीसगढ़ के आपातकाल की घटनाओं एवं संस्मरणों से युक्त स्मारिता का विमोचन भी किया जायेगा। साथ ही मीसाबंदियों की मांग अनुरूप आपातकाल के इतिहास को पाठ्य पुस्तकों में शामिल किये जाने एवं प्रदेश के लोकतंत्र सेनानियों को मध्यप्रदेश सेनानियों के समान सुविधाएं प्रदान किये जाने की मांग की जायेगी। साथ ही केन्द्र सरकार से राष्ट्रीय स्तर पर सेनानियों को सूचीबद्ध कर प्रमाण पत्र प्रदान करने की मांग रखी जायेगी।
इस दौरान भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. संतोष मोदी एवं भाजयुमो के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रिपूसूदन राठौर उपस्थित थे।