यातायात के लिए बने व्यापक योजना : बैजल
कश्मीरी गेट से आजाद मार्किट, झंडेवालान और किशनगंज की ओर जाने वाले लोगों को यातायात जाम से मुक्ति दिलाने के लिए बनाया जा रहा रानी झांसी ग्रेड सेपरेटर अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है;
नई दिल्ली। कश्मीरी गेट से आजाद मार्किट, झंडेवालान और किशनगंज की ओर जाने वाले लोगों को यातायात जाम से मुक्ति दिलाने के लिए बनाया जा रहा रानी झांसी ग्रेड सेपरेटर अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है।
इसके शेष निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए जहां उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने तीस हजारी से फिल्मिस्तान जाने वाले रास्ते को अस्थायी रूप से (15 मई तक) बंद कर दिया है। वहीं, आजाद मार्किट, पुल बंगश, डीसीएम चौक, रोशनारा रोड, रोहतक रोड जाने वाले लाखों लोगों को आवा जाही के दौरान भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जिसका प्रभाव सोमवार से और बढ़ेगा। जनता की परेशानी के बाबत दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल शनिवार को रानी झांसी ग्रेड सेपरेटर के निर्माण कार्यों का जायजा लेने साईट पर पहुंचे। उनके साथ दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (यातायात) दीपेंद्र पाठक और उत्तरी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त मधुप व्यास के अलावा पीडब्लूडी के अधिकारी भी मौजूद थे।
इस दौरान उपराज्यपाल ने न सिर्फ ग्रेड सेपरेटर के निर्माण कार्य में तेजी लाने को कहा बल्कि तीस हजारी से फिल्मिस्तान जाने वाले रास्ते के विकल्प तलाशने और यातायात के लिए एक व्यापक योजना तैयार करने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए। बैजल ने ग्रेड सेपरेटर के आसपास सौंदर्यीकरण के कार्य को तेज गति से पूरा करने और संभावित दुर्घटनाओं पर रोकथाम लगाने के लिए ग्रेड सेपरेटर के दोनों किनारों पर बैरियर लगाने के भी निर्देश दिए।
गौरतलब है कि ग्रेड सेपरेटर के निर्माण कार्य के दौरान वाहनों की लगातार आवाजाही से निर्माण कार्यों में शिथिलता आ रही है। लिहाजा सिटी सदर पहाड़गंज जोन के उपायुक्त ने एक अधिसूचना जारी कर अगले 25 दिन के लिए तीस हजारी से फिल्मिस्तान जाने वाले रास्ते को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
जापानी स्टाइल में देश विदेश के बौद्ध स्तूपों से सजेगा मिलेनियम पार्क
राजधानी के सौंदर्यीकरण और पर्यटन में इजाफा करने की योजना के तहत दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) अध्यक्ष और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शनिवार को मिलेनियम पार्क का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विश्वप्रसिद्ध शांति स्तूप का अवलोकन भी किया। साथ ही दर्शक दीर्घा और शांति संग्रहालय के निर्माण कार्य साल के अंत तक पूरा करने के आदेश अधिकारियों को दिए।
डीडीए के मुताबिक पार्क को जापानी स्टाइल में खुला स्थान के तौर पर विकसित किया जा रहा है। यहां बौद्ध धर्म से सम्बंधित शांति स्तूप के अलावा देश-विदेश में मौजूद शांति स्तूपों की शिल्प कृतियां भी प्रदर्शित की जाएंगी। इस कार्य में जापानी विशेषज्ञों की सहायता भी ली जा रही है। इसके अलावा एक लेक ब्रिज भी विकसित किया जाएगा। ये सब चीजें, यहां आने वाले लोगों को खासा आकर्षित करेंगे। गौरतलब है कि दिल्ली के रिंग रोड, सराय काले खां स्थित मिलेनियम पार्क करीब 84 एकड़ भूमि पर फैला है। इसके ढाई एकड़ भूभाग पर शांति स्तूप बना है जो राष्टï्रीय राजधानी में अपनी तरह का पहला बौद्ध स्मारक है।