11 वर्षीय दुष्कर्म की पीड़िता को 25 लाख रूपए का मुआवजा 

पांच वर्ष की बच्ची के साथ वर्ष 2011 में बलात्कार के बाद हत्या की कोशिश की गई थी और अब जुवेनाइल बोर्ड के आदेश के बाद दिल्ली महिला आयोग ने 25 लाख रूपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है;

Update: 2017-09-26 00:12 GMT

नई दिल्ली। पांच वर्ष की बच्ची के साथ वर्ष 2011 में बलात्कार के बाद हत्या की कोशिश की गई थी और अब जुवेनाइल बोर्ड के आदेश के बाद दिल्ली महिला आयोग ने 25 लाख रूपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। घटना के समय यह बच्ची घर के बाहर खेल रही थी, तब एक व्यक्ति इसको उठाकर पार्क में ले गया और इस बच्ची के चेहरे व सिर पर ईंट से बुरी तरह वार करके इसके साथ रेप कर इस बच्ची को मरा हुआ समझ कर पार्क में छोड़ कर चला गया था। इस बच्ची की किस्मत अच्छी थी कि यह बच गई और इसे जल्दी से अस्पताल ले जाया गया जहां कई आपरेशन के बाद इस बच्ची की जान बच सकी थी।

         दिल्ली महिला आयोग ने इस रेप पीड़िता बच्ची के उज्जवल भविष्य और संपूर्ण विकास के लिए उसकी वित्तीय जरुरतोंए पढ़ाईए आगे चलने वाले इलाज का अनुमान लगाया और उसके माता-पिता से भी मुलाकात की। बच्ची का अच्छे से पुनर्वास हो इसके लिए आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की सीनियर वकील एवं चाइल्ट एक्टीविस्ट वृंदा ग्रोवर और हक एनजीओ की को फाउंडर भारती अली को भी साथ लिया।  

बच्ची अच्छे स्कूल में पढऩा चाहती है और डॉक्टर बनना चाहती है। बच्ची शारीरिक रूप से कमजोर है और उसमें कुपोषण के लक्ष्ण है। पीड़ित बच्ची को अभी भी उल्टी, सिर दर्द, पेट दर्द आदि की शिकायत रहती है। लड़की के पिता ने बताया कि बच्ची के आंखों में अभी भी खून जमा हुआ है। उसके कई आपरेशन भी होने हैं लेकिन उसके पिता के पास पैसे न होने की वजह से पीड़ित लड़की का एमआरआईए सीटी स्कैन भी नहीं हो सका है। 

         मुआवजा तय करते हुए इन तथ्यों को भी ध्यान में रखते तय किया कि बच्ची के परिवार की आर्थिक स्थिति और रेप पीड़ित बच्ची और उसकी छोटी बहन के उज्जवल भविष्य को ध्यान में रखते हुए दिल्ली महिला आयोग ने 25 लाख रुपए का मुआवजा बच्ची के लिए देने का निर्णय लिया।

आयोग ने तय किया कि25 लाख रुपए में से साढ़े तीन लाख फिक्सड डिपोजिट के तौर पर पीड़ित बच्ची के प्रोफेशनल कैरियर और आगे की पढ़ाई के लिए दिए जाएंगे जो कि उसे 22 साल की होने पर मिलेंगे। पांच लाख रुपए फिक्सड डिपोजिट बच्ची को उच्च शिक्षा एवं स्कील डेवलपमेंट के लिए दिए जाएंगे जो कि बच्ची को 18 साल की होने पर मिलेंगे। दो लाख रुपए पीड़ित बच्ची की काउसंलिंग सैशन के लिए दिए जाएंगे, ये पैसा बैंक में जमा करवाया जाएगा। जिसमें से एक बार अधिकतम 7150 रुपए ही निकाले जा सकते हैं। 4 लाख रुपए पीड़िता को पौष्टिक भोजन व खान पान के लिए दिए जाएंगे, ये पैसा भी बैंक में जमा कराया जाएगा, जिसमें से 4800 रुपए ही हर महीने निकाले जा सकेंगे। इसमें से कुछ पैसा पीड़ित बच्ची के छोटी बहन के खान पान भी उसके माता पिता खर्च कर सकेंगे। एक लाख रुपए पीड़ित बच्ची की दवाई आदि के लिए दिए जाएंगे। 

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