पूरे इराक में बच्चे आतंक और अकल्पनीय हिंसा का सामना करते हैं : यूनिसेफ

संयुक्त राष्ट्र ने इराक में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के साथ संघर्ष को आधुनिक इतिहास की सबसे बर्बर घटना बताया;

Update: 2017-06-22 14:50 GMT

बगदाद। संयुक्त राष्ट्र ने इराक में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के साथ संघर्ष को आधुनिक इतिहास की सबसे बर्बर घटना बताया और कहा है कि यहां 50 लाख से अधिक बच्चों को तत्काल मानवीय सहायता पहुंचाये जाने की जरूरत है।

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष(यूनिसेफ) ने एक वक्तव्य में कहा,“पूरे इराक में बच्चों को आतंक और अकल्पनीय हिंसा का सामना करना पड़ रहा है।

आधुनिक इतिहास की सबसे बर्बर हिंसात्मक कार्रवाई में वे मारे जा रहें हैं,घायल हो रहें हैं,उनका अपहरण किया जा रहा है और यहां तक कि उन्हें गोली चलाने और हत्या करने के लिए भी मजबूर किया जा रहा है।

वक्तव्य के अनुसार,मोसुल में आईएस के आतंकवादी बच्चों को जानबूझकर निशाना बना रहें हैं और उनके परिवारों को यहां से जाने से रोका जा रहा हैं।

अंतरराष्ट्रीय संगठन के अनुमान के मुताबिक मोसुल में लगभग 10 लाख नागरिक काफी खतरनाक स्थिति में फंस चुके हैं जिनमें से आधे से ज्यादा संख्या बच्चों की है।

इराक के अधिकतर क्षेत्रों को कब्जे में लेने के बाद आईएस के आतंकवादी की अोर से किए गए हमले में 1000 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गयी है और 1100 से ज्यादा बच्चे या तो घायल हो गए हैं या अपंग हो गए हैं। इस दौरान हुई हिंसा में कम से कम 4650 बच्चे अपने परिवारों से दूर हो गए।

उल्लेखनीय है कि 2015 के बाद अमेरिका और सहयोगी देशों की संयुक्त कार्रवाई में इराक के अधिकतर शहरों को आईएस के कब्जे से मुक्त करा लिया गया है।

अमेरिकी गठबंधन सेना की हाल की कार्रवाई में मोसुल शहर भी आईएस के कब्जे से मुक्त होने के करीब है।

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