किसान की लहलहाती फसल देख अभिभूत हुए मुख्यमंत्री

लोक सुराज अभियान के तहत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज अचानक जशपुर जिले के ग्राम साहीडांड (विकासखंड-बगीचा) पहुंच गए...;

Update: 2017-04-18 12:18 GMT

रायपुर। लोक सुराज अभियान के तहत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज अचानक जशपुर जिले के ग्राम साहीडांड (विकासखंड-बगीचा) पहुंच गए। उन्होंने हेलीकाप्टर से ही यह देख लिया था कि नीचे धरती पर एक किसान के खेत में हरियाली अपनी छटा बिखेर रही है। डॉ. सिंह समाधान शिविर स्थल से सीधे किसान तेजकुमार खाखा के खेत अचानक ही पहुंच गए  और वहां मिर्च और बरबट्टी के खेतों में लहलहाती फसल को देखकर कहा - यह हरियाली जहां हमारे किसानों के जीवन में आ रही समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है, इस हरियाली को देखकर दिनभर की थकान दूर हो जाती है और मन तरोताजा हो जाता है। उन्होंने किसान तेजकुमार की मेहनत और लगन की तारीफ करते हुए उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी। किसान तेजकुमार ने दो एकड़ में मिर्च और बरबट्टी की खेती की है। कुछ मक्का भी लगाया है।

डॉ. सिंह ने इस बात पर खुशी जतायी कि तेज कुमार ने इस बार मिर्च की नकदी फसल की अब तक की पैदावार को बेचकर  35 हजार रूपए कमाएं हैं और उनकों यह भी विश्वास है कि लगभग एक लाख रूपए की अतिरिक्त आमदनी वे इस बार हासिल कर लेंगे।  मुख्यमंत्री ने मिर्च की फसल तोड़ने और पौधों की सिंचाई करने में खाखा परिवार का हाथ भी बटाया। डॉ. सिंह ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आमदनी को वर्ष 2022 तक दोगुनी करने का जो लक्ष्य राष्ट्र को दिया है, तेज कुमार जैसे किसानों की मेहनत को देखकर लगता है कि देश इस लक्ष्य को जल्द हासिल कर लेगा।

 राज्य सरकार भी उन्हें इसमें पूरा सहयोग दे रही है। तेजकुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने अपने खेत में मनरेगा के तहत वर्ष 2012 में कुंआ खुदवाया था, जिसमें डीजल पम्प लगाकर सिंचाई कर रहे थे, लेकिन अब उन्हें सौर सुजला योजना में सोलर सिंचाई पम्प मिल गया है। इससे अब डीजल के खर्च की चिंता दूर हो गई है, क्योंकि सूरज की बिजली से उनका सिंचाई पम्प आसानी से चल रहा है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। 
 

किसानों ने भेंट किया जैविक खेती का धान

दक्षिण छत्तीसगढ़ की तरह अब उत्तरी छत्तीसगढ़ में भी जैविक खेती में किसानों का रूझान बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य के जशपुर जिले के पहाड़ी इलाकों में हो रही जैविक खेती की तारीफ करते हुए इसमें लगे किसानों को बधाई दी है। डॉ. सिंह आज दोपहर जब अचानक हेलीकॉप्टर से इस जिले के ग्राम साहीडांड (विकासखंड-बगीचा) पहुंचे, तो वहां आयोजित समाधान शिविर में क्षेत्र के किसानों ने उन्हें जैविक खेती में मिली चावल की पैदावार के बारे में बताया और उनको दोने में तथा कांवर में यह चावल भेंट किया। किसानों ने इस बात पर खुशी जताई कि जैविक खेती के लिए उन्हें राज्य सरकार के कृषि विभाग द्वारा समुचित सहयोग और मार्गदर्शन दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लक्ष्य के अनुरूप वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने में जैविक खेती की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। 

डॉ. सिंह ने कहा- यह खुशी की बात है कि दक्षिण छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले की तरह उत्तरी छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में जैविक खेती में किसान काफी दिलचस्पी ले रहे हैं। जैविक खेती से मिलने वाला अनाज काफी पौष्टिक होता है। डॉ. सिंह ने किसानों को आगे भी इसके लिए भरपूर सहयोग का भरोसा दिया। उनके साथ क्षेत्र के विधायक राजशरण भगत भी मौजूद थे।
तेजकुमार दम्पत्ति के लिए यादगार दिन

तेजकुमार दम्पत्ति की जिन्दगी में आज 17 अप्रैल की तारीख एक यादगार दिन के रूप में दर्ज हो गई, जब मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जशपुर जिले के ग्राम साहीडांड में किसी पूर्व घोषित कार्यक्रम के बिना अचानक न सिर्फ उनके खेतों में पहुंचे, मिर्च और बरबट्टी की लहलहाती फसलों को देखकर उनका हौसला बढ़ाया, बल्कि वे तेजकुमार खाखा के निर्माणाधीन कच्चे मकान में भी पहुंच गए। उस वक्त खाखा की धर्मपत्नी श्रीमती आलरिका खाखा मकान की दीवार खड़ी करने के लिए मिट्टी छाब रही थी। मुख्यमंत्री ने उनके जुझारूपन को देखकर उन्हें तत्काल प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक पक्का मकान स्वीकृत कर दिया। तेजकुमार दम्पत्ति ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। डॉ. सिंह ने खाखा दम्पत्ति से उनके घर-परिवार के बारे में और खेती-किसानी के बारे में पूछा। 
 

Tags:    

Similar News