छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ने चखा टमाटर का स्वाद, खेती पर की चर्चा
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री रामसेवक पैंकरा आज सुबह पत्थलगांव से जशपुर जाते समय सडक किनारे टोकरों में भरे लाल टमाटर का देख वे अपना आप को इसका स्वाद चखने से नहीं रोक सके।;
पत्थलगांव। छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री रामसेवक पैंकरा आज सुबह पत्थलगांव से जशपुर जाते समय सड़क किनारे टोकरों में भरे लाल टमाटर का देख वे अपना आप को इसका स्वाद चखने से नहीं रोक सके। वे वहां टमाटर का स्वाद चखा और किसानों से खेती किसानी के संबंध में चर्चा की।
पैंकरा पत्थलगांव से सुबह लुड़ेग बागबहार मार्ग से होते हुए जशपुर जा रहे थे। इस दौरान मुख्य सड़क के किनारे टोकरों में रखे लाल लाल टमाटर को देख कर वे इसका स्वाद चखने से अपने को नहीं रोक सके।
पैंकरा ने बागबहार के समीप अपना काफिला रोक कर टमाटर की उपज बेचने पहुंचे किसानों के बीच पहुंच कर उनसे खेती किसानी के संबंध में विस्तृत चर्चा की और वहां टमाटर का स्वाद भी चखा।
यहां उपस्थित टमाटर किसानों ने गृहमंत्री को बताया कि इस वर्ष टमाटर की कम पैदावार होने से बाजार में मांग पूरी नहीं हो पा रही है। इसी वजह किसानों को टमाटर फसल से अच्छी आमदनी हो रही है। इसके पहले दिसंबर माह के अंत में जब टमाटर के भाव कम होकर महज 25 पैसे प्रति किलो हो जाते थे उस वक्त भी उन्हे 10 रूपए प्रति किलो का भाव आसानी से मिल रहा है।
अपनी टमाटर की उपज का थोक व्यापारियों से सही मूल्य मिलने से प्रसन्न इन किसानो ने बताया कि जिला कलेक्टर डाॅ. प्रियंका शुक्ला के सुझाव पर ही इस वर्ष किसानों ने टमाटर का रकबा आधा करने के साथ शेष भूमि पर दलहन तिलहन की उपज ली है।
मिश्रित फसल लेने से इस बार टमाटर की अधिक उपज की समस्या नहीं थी। इसके साथ दलहन तिलहन की उपज से भी उन्हे काफी अच्छी आमदनी हुई है।