छग : भूपेश बघेल ने जन-चौपाल में सुनी लोगों की समस्याएं
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनता की समस्याओं को जानने के लिए बुधवार को 'जन-चौपाल, भेंट मुलाकात' कार्यक्रम की शुरुआत की;
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनता की समस्याओं को जानने के लिए बुधवार को 'जन-चौपाल, भेंट मुलाकात' कार्यक्रम की शुरुआत की। बघेल ने अपने आवास पर जनता दरबार लगाया और लोगों की समस्याएं सुनकर उनके समाधान के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री बघेल ने प्रदेश वासियों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं को जानने के लिए 'जन-चौपाल, भेंट मुलाकात' कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत वह हर बुधवार को अपने आवास पर प्रदेश की जनता से मुलाकात करेंगे।
बघेल ने इस मौके पर कहा, "यह आयोजन प्रदेश के लोगों की समस्याओं को जानकर उनके निराकरण के लिए किया गया है। सावन का मौसम है, लोग आए हैं, अपनी बात कहेंगे, उनकी जो समस्या होगी, उसका निपटारा किया जाएगा।"
नई सरकार बनने के बाद आम लोगों से भेंट मुलाकात के इस पहले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने एक-एक व्यक्ति से मिलकर उसकी समस्याओं और कठिनाइयों को सुना और समझा तथा उनके आवेदनों पर अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आम नागरिकों से मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात की जन चौपाल का आयोजन अब हर बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर सुबह 11 बजे से होगा। मुख्यमंत्री निवास में कोई भी आम नागरिक इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर सकता है।
बघेल ने जन चौपाल की शुरुआत से पहले डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट जनचौपाल डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन नामक वेबसाइट का शुभारंभ किया। जन चौपाल के लिए सॉफ्टवेयर को विशेष रूप से बनाया गया है।
मुख्यमंत्री के उप सचिव और जनसम्पर्क विभाग के आयुक्त सह संचालक, तारण सिन्हा ने बताया, "आवेदकों को उनके मोबाइल के माध्यम से आवेदन के पंजीयन की तथा निराकरण की जानकारी दी जाएगी। इस वेबसाइट के जरिए सीएम लोगों से मुलाकात करेंगे, और आम लोगों की समस्याओं का समाधान भी करेंगे।"
जन चौपाल में मेडिकल कॉलेज रायपुर में पैरामेडिकल तकनीशियनों की सीधी भर्ती में गड़बड़ी का मामला नरेश साहू ने उठाया तो मुख्यमंत्री ने जांच के निर्देश स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव को दिए।
छत्तीसगढ़ कण्डरा आदिवासी कोसरिया समाज राजिम के प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष भीमलाल कण्डरा ने बघेल को बताया कि वर्ष 1972 से उनके समाज के प्रत्येक परिवार को प्रति वर्ष 1500 बांस दिए जा रहे थे, जिससे इन परिवारों की आजीविका चलती थी, लेकिन वर्ष 2014 से बांस नहीं दिया जा रहा है, इससे उन्हें कठिनाइयों का सामना कर पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने उनकी समस्या के समाधान के लिए आवश्यक पहल करने का आश्वासन दिया। उन्होंने उनके आवेदन को परीक्षण और आवश्यक कार्रवाई के लिए वन विभाग को भेजने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के 'जन चौपाल, भेंट मुलाकात' कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से विभिन्न वर्गो और उम्र के लोग पहुंचे। हर किसी के पास अपनी समस्याएं थीं, तो मुख्यमंत्री ने उनके निदान के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
भाजपा ने बघेल की इस पहल को पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के जनदर्शन की नकल बताया, और कहा कि 15 साल तक जिस तरह का काम रमन सिंह ने किया, वैसा बघेल कर पाएंगे, इसमें संदेह है, क्योंकि कांग्रेस ने चुनाव से पहले जो वादे किए थे, पूरे नहीं हुए हैं।