देशवासियों की सोच में बदलाव आ रहा है: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने केंद्र सरकार की महिला तथा बच्चियों के बेहतर स्वास्थ्य तथा शिक्षा के प्रोत्साहन के लिये चलाये जा रहे कार्यक्रमों की सराहना करते हुये कहा कि इससे देशवासियों की सोच में बदला;
कानपुर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने केंद्र सरकार की महिला तथा बच्चियों के बेहतर स्वास्थ्य तथा शिक्षा के प्रोत्साहन के लिये चलाये जा रहे कार्यक्रमों की सराहना करते हुये कहा कि इससे देशवासियों की सोच में बदलाव आ रहा है।
राष्ट्रपति कोविंद आज यहां गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज में फेडरेशन ऑफ ऑब्स एंड गायनी सोसाइटी ऑफ इंडिया (फॉगसी) की अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से हमारे देश में कुछ लोग अभी भी बेटियों के महत्व को नहीं समझ पा रहे हैं। केंद्र सरकार की 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', 'सुकन्या समृद्धि' तथा 'किशोरी योजना' जैसे कार्यक्रमों से देशवासियों की सोच में बदलाव आ रहा है। इसके साथ ही लिंगानुपात (सेक्स रेशियो) में भी सुधार हुआ है।
राष्ट्रपति ने कहा कि बेटियों पर बेटों की अपेक्षा बंदिशें ज्यादा होती हैं इसके बावजूद वह समाज में नित नए अायाम रच रहीं हैं। उन्होंने चिकित्सा विशेषज्ञों से अाह्वान किया कि महिलाएं स्वस्थ्य रहेंगी तभी परिवार, समाज अौर राष्ट्र का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। इसलिए महिलाअों अौर वंचित वर्ग को स्वास्थ्य शिक्षा अौर सहूलियतें पहुंचाना अापके कंघों पर है।
राष्ट्रपति ने कहा कि 2013 की अपेक्षा मैटरनल मोटेलिटी रेट में 2016 में काफी कमी अा रही है, लेकिन अभी इसमें सुधार की जरूरत है। महिलाअों से जुड़े हर मुद्दे पर प्रभावी प्लानिंग की जरूरत है।
राष्ट्रपति ने कहा कि केंद्र सरकार के 'सुरक्षित मातृत्व अभियान' कार्यक्रम का उद्देश्य नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं को गर्भवती महिलाओं तक पहुंचाने और उन्हें सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करना है। इस अभियान के तहत किए गए प्रसूति-पूर्व जांच की संख्या डेढ़ करोड़ से भी अधिक है। इस अभियान से महिलाओं में भी काफी जागरूकता आई है।
उन्होंने कहा कि अप्रैल 2017 से 'मैटरनिटी बेनीफिट ऐक्ट' के तहत प्रसव, जन्म और उसके बाद मिलने वाली छुट्टियों की अवधि 90 दिनों से बढ़ाकर 182 दिन कर दी गई है। यह महिलाओं के स्वास्थ्य कल्याण तथा सशक्तीकरण का प्रभावी उदाहरण है।
राष्ट्रपति कोविंद एक दिन के दौरे पर शनिवार सुबह 9:15 बजे कानपुर पहुंचे। चकेरी एयरपोर्ट पर राज्यपाल राम नाईक के साथ कैबिनेट मंत्री सतीश महाना तथा महापौर प्रमिला पांडेय ने उनका स्वागत किया। चकेरी एटरपोर्ट से सेना के हेलीकॉप्टर से चंद्रशेख अाजाद कृषि विश्वविद्यालय (सीएसए) पहुंचे अौर वहां से सड़क मार्ग से गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज आए। यहां उन्होंने फेडरेशन ऑफ ऑब्स एंड गायनी सोसाइटी ऑफ इंडिया (फॉगसी) की अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ किया।