असम के बाढ़ पीड़ितों के साथ केंद्र न्याय करे: कांग्रेस  

 कांग्रेस ने आज कहा कि असम अभूतपूर्व बाढ़ की चपेट में है और प्रभावितों को मांग के अनुसार राहत उपलब्ध करायी जानी चाहिए;

Update: 2017-08-04 15:28 GMT

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने आज कहा कि असम अभूतपूर्व बाढ़ की चपेट में है और प्रभावितों को मांग के अनुसार राहत उपलब्ध करायी जानी चाहिए। बाढ़ प्रभावितों के लिए जो सहायता केंद्र सरकार ने मंजूर की है, वह पीड़ितों का उपहास है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भुवनेश्वर कलिता ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि असम के 29 जिलों के चार हजार से ज्यादा गांवों के 85 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा राज्य के काजीरंगा सहित पांच अभयारण्यों के जानवर भी इस अभूतपूर्व बाढ़ की चपेट में हैं।

असम में हर साल बाढ़ आती है और असंख्य लोग इससे प्रभावित होते हैं लेकिन इस साल पहली बार इतनी तबाही हुई है, इसलिए स्थिति काे देखते हुए वहां के लिए मांग के अनुसार राहत की घोषणा की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम का दौरा किया है लेकिन प्रभावित क्षेत्रों में जाने की बजाय उन्होंने सिर्फ गुवाहाटी में बैठकर ही स्थिति की समीक्षा की। उसी के आधार पर पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के लिए दो हजार करोड़ रुपए देने की घाेषणा कर दी। इसमें भी स्पष्ट नहीं है कि असम के लिए कितनी राशि दी गयी है। उन्होंने कहा कि असम ने बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र से 3888 करोड़ रुपए की मांग की थी।

कांग्रेस नेता ने कहा कि बाढ़ के कारण असम जिस भयावह स्थिति से गुजर रहा है और प्रधानमंत्री ने अभूतपूर्व बाढ़ से पीड़ित लोगों के लिए जो राहत राशि देने की घोषणा की है , वह बाढ़ पीड़ितों के साथ मजाक है और असम के लोगों का उपहास है। 

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