यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने का वैकल्पिक इंतजाम करे केंद्र : वेणुगोपाल

यूक्रेन में जंग के ताजा हालात के मद्देनजर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने की मांग की है;

Update: 2022-02-24 23:52 GMT

नई दिल्ली। यूक्रेन में जंग के ताजा हालात के मद्देनजर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने की मांग की है। दरअसल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के जंग का ऐलान करने के बाद यूक्रेन ने अपना एयर स्पेस बंद कर दिया है। रूसी हमले के बीच यूक्रेन को डर है कि उनके यहां आने वाली फ्लाइट्स पर साइबर अटैक किया जा सकता है। इसी के मद्देनजर विपक्षी दलों ने केंद्र से इस मामले में उचित कार्यवाही की अपील की है।

केसी वेणुगोपाल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे अपने पत्र में कहा कि यूक्रेन संकट अब एक पूर्ण युद्ध में बदल गया है। इसके प्रभाव के परिणाम स्वरूप यूक्रेन का हवाई क्षेत्र पहले ही बंद कर दिया गया है। आगे कुछ भी हो सकता है। इसने सही मायने में लोगों के बीच बड़ी आशंका पैदा कर दी है शिक्षा प्राप्त करने गए हजारों की संख्या में छात्र सहित भारतीय नागरिक यूक्रेन में फंसे हुए हैं।

केरल से दो हजार छात्र फंसे-

वेणुगोपाल ने कहा कि अकेले केरल ही लगभग दो हजार छात्र युद्ध क्षेत्र में फंसे हुए हैं। केंद्र सरकार उनकी मदद करे ताकि वे बिना ब्रेक के अपनी शिक्षा पूरी कर सकें। स्थिति बढ़ने के बाद से इनमें से कई छात्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो पोस्ट कर मदद मांग रहे हैं।

उन्होंने कहा, मैं यूक्रेन में भारतीय नागरिकों और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों के साथ आपकी तरफ से हस्तक्षेप का आग्रह करता हूं। मैं आपसे हमारे नागरिकों के लिए वैकल्पिक निकासी मार्ग बनाने का भी आग्रह करता हूं क्योंकि यूक्रेन ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है।

छत्तीसगढ़ के 75 छात्र यूक्रेन में फंसे-

वहीं दूसरी ओर बघेल सरकार के अनुसार अभी छत्तीसगढ़ के 75 छात्र यूक्रेन में मुश्किल हालात में फंसे हुए हैं और उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से मदद की अपील की है। हालांकि रायगढ़ के अनिल जयसवाल के मुताबिक उन्होंने 28 फरवरी के लिए टिकट बुक की थी। जबकि उपेंद्र गुप्ता और अंकित कुमार टिकट बहुत महंगी होने के कारण भारत नहीं आ पा रहे हैं उन्होंने भारत सरकार से मदद की अपील की है।

इसके साथ ही यूक्रेन में चल रहे संकट से प्रभावित राजस्थान प्रवासी विद्यार्थी और कामगार स्वदेश लौटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में गुरुवार सुबह राजस्थान के 17 विद्यार्थी दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे। इनमें से 6 छात्र कोटा क्षेत्र के रहने वाले थे। जबकि 3 जयपुर के थे। नोडल अधिकारी और राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव के अनुसार बहुत संख्या में भारतीय छात्र वहां फंसे हुए हैं और लगातार सरकार से मदद की अपील कर रहे हैं।

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