महिला प्रताड़ना मामले में ढाई साल में नहीं हुआ मुकदमा दर्ज
इंदिरापुरम गाजियाबाद के महिला थाने में फरियादियों की रिपोर्ट न दर्ज कर उन्हें तारीख पर तारीख दी जाती है......;
गाजियाबाद। इंदिरापुरम गाजियाबाद के महिला थाने में फरियादियों की रिपोर्ट न दर्ज कर उन्हें तारीख पर तारीख दी जाती है। इंदिरापुरम थाने में महिला के साथ प्रताड़ना के एक मामले में दर्ज हुई रिपोर्ट से इसकी तस्दीक होती है। इस मामले को दर्ज कराने के लिए पीड़ित महिला को ढाई साल तक महिला थाने का चक्कर काटना पड़ा। सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत सूचना मांगनी पड़ी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का दरवाजा खटखटाना पड़ा।
ढाई साल तक लगवाया चक्कर
इंदिरापुरम की एक सोसायटी में रहने वाली महिला ने पति और ससुराल वालों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए दिसम्बर 2015 में महिला थाने में शिकायत दी। आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर पारिवारिक लोगों के दबाव में वह ससुराल चली गईं। वहां पर दोबारा उन्हें प्रताड़ित किया जाने लगा। इस पर वह ससुराल से चली आईं और महिला थाने में शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने इस बार भी कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस द्वारा कार्रवाई न होने पर 25 अप्रैल को उन्होंने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से अपनी शिकायत पर हो रही कार्रवाई और रिपोर्ट दर्ज होने के संबंध में सूचना मांगी।