लखनऊ में वीरांगना ऊदा देवी की भव्य प्रतिमा का अनावरण, शौर्य और बलिदान को दी गई श्रद्धांजलि
लखनऊ। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में अदम्य साहस का परिचय देने वाली वीरांगना ऊदा देवी पासी की शौर्यगाथा को अमर करते हुए लखनऊ के वृंदावन कॉलोनी स्थित सेक्टर-19, पासी चौराहा पर उनकी भव्य प्रतिमा स्थापित की गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिमा का संयुक्त रूप से अनावरण किया। हाथ में बंदूक थामें ऊदा देवी की यह प्रतिमा उनके वीरता, त्याग और मातृभूमि के प्रति समर्पण की प्रतीक बनी रहेगी।
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शहीद वीरांगना ऊदा देवी का बलिदान 1857 के स्वतंत्रता समर की सबसे प्रेरणादायी घटनाओं में एक है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश उस महान संग्राम का केंद्र बिंदु रहा और ऊदा देवी इसकी साहसिक महिला योद्धाओं में अग्रणी थीं।
मुख्यमंत्री ने 16 नवंबर 1857 की उस घटना को भी याद किया, जब ऊदा देवी ने पीपल के पेड़ पर चढ़कर 36 अंग्रेज सैनिकों को मार गिराया था। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनका यह साहस आगामी पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
सीएम ने बताया कि राज्य सरकार ने वीरांगना के नाम पर कई कदम आगे बढ़ाए हैं। बिजली पासी किले के सौंदर्यीकरण और लाइट-एंड-साउंड प्रोजेक्ट को डबल इंजन सरकार ने गति दी है, ताकि उस दौर के इतिहास को सजीव रूप में जनता तक पहुंचाया जा सके। साथ ही, यूपी सरकार ने पीएसी की तीन नई महिला बटालियनों का गठन किया है और इनमें से एक बटालियन का नाम वीरांगना ऊदा देवी के नाम पर रखा गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ऊदा देवी के साहस को नमन करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भूमिका को इतिहास में अक्सर कम आंका गया, लेकिन ऊदा देवी जैसी वीरांगनाएं राष्ट्र की मूल शक्ति थीं। उनकी प्रतिमा इस क्षेत्र के युवाओं में देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा की भावना को प्रज्वलित करेगी।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, समाजसेवी, इतिहासकार और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। प्रतिमा अनावरण के साथ ही समूचे क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला, जहां ढोल-नगाड़ों और नारेबाजी के बीच वीरांगना की शौर्यगाथा एक बार फिर गूंज उठी।