महागठबंधन के नाम से ही भाजपा में बेचैनी बढ़ जाती है: अजीत सिंह

राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) प्रमुख अजीत सिंह ने कहा कि विपक्षी दलों के महागठबंधन के नाम से ही भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में बेचैनी बढ़ गयी है;

Update: 2018-10-15 16:44 GMT

मेरठ। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) प्रमुख अजीत सिंह ने कहा कि विपक्षी दलों के महागठबंधन के नाम से ही भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में बेचैनी बढ़ गयी है। 

अजीत सिंह आज यहां सर्किट हाउस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि समय की सबसे बड़ी जरूरत महागठबंधन की है। उन्होने कहा कि महागठबंधन के नाम से ही भाजपा में बेचैनी बढ़ गयी है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में भाजपा को सबक सिखाने के लिये सभी विपक्षी पार्टियाें में एकजुटता की सख्त जरूरत है। 

उन्होंने कहा कि यदि हिन्दू मुस्लिम एक दूसरे का दर्द बांटने लगेंगे तो भाजपा के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। आपसी एकता से ही देश की तरक्की होगी और किसान भी तभी खुशहाल होगा। महागठबंधन के नाम पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह काफी बेचैन हैं।

बहुजन समाज पार्टी(बसपा) प्रमुख मायावती के बयान सम्मानजनक सीटे नही मिलने पर अकेले चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि विपक्ष्‍ा में कोई भी पार्टी अकेले चुनाव लड़ना नही चाहती है। बसपा को भी साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरना होगा। 

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में अभी आठ नौ महीने बचे हैं। महागठबंधन की असली शक्ल दिसम्बर तक सामने आ जायेगी। असल में महागठबंधन तो हो चुका है सिर्फ नेताओं का होना बाकी है।

अजीत   सिंह ने कहा कि आज किसान समझदार हो चुका है और केन्द्र सरकार के झूठे वायदों के बाद उसमें बहुत परिवर्तन आ गया है। मोदी सरकार की जमीन खिसक चुकी है। उन्होंने कहा कि हाल ही में भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में दिल्ली में न घुसने देने के बाद किसानों ने घोषणा की है कि अब गांव गांव में भाजपा को नहीं घुसने दिया जायेगा। 

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