पूर्व विधायक पर जुर्माना लगाने के प्रस्ताव के मामले में भाजपा ने ज्ञापन सौंपा
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह के प्रदर्शन के मामले में प्रशासन की ओर से करीब 23 लाख रूपए का जुर्माना लगाने के कथित प्रस्त;
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह के प्रदर्शन के मामले में प्रशासन की ओर से करीब 23 लाख रूपए का जुर्माना लगाने के कथित प्रस्ताव के बीच आज यहां पार्टी नेताओं ने संभाग आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर इस प्रस्ताव को वापस लिए जाने की मांग की।
पूर्व मंत्री विश्वास सारंग, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लूनावत और जिला अध्यक्ष विकास वीरानी और अन्य नेताओं ने संभाग आयुक्त कल्पना श्रीवास्तव को ज्ञापन सौँपकर इस प्रस्ताव को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र विरोधी कदम है। यह तानाशाही प्रणाली का भी प्रतीक है।
दो पेज के ज्ञापन में बताया गया है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों को जनता की बात रखने के लिए आंदोलन करने का अधिकार है और यह तथ्य दल निरपेक्ष है। सभी दलों के नेता विपक्ष में रहने के दौरान जनता की बात रखने के लिए धरने, प्रदर्शन और आंदोलन करते हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि प्रशासन ने पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह पर बगैर अनुमति के धरना प्रदर्शन करने पर करीब 23 लाख रूपए का जुर्माना प्रस्तावित किया है, जो उचित नहीं है और इस प्रस्ताव को तत्काल वापस लिया जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि जिला प्रशासन द्वारा पूर्व विधायक के खिलाफ 23 लाख 76 हजार रूपए का जुर्माना लगाने की जानकारी समाचार माध्यमों से मिली है।
इस बीच पुलिस सूत्रों ने कहा कि श्री सिंह ने हाल ही में यहां बगैर अनुमति के प्रदर्शन किया था। इस वजह से पुलिस और प्रशासन को अचानक कदम उठाने पड़े और इसके चलते उस पर लाखों रूपए का भार आया है।
पुलिस प्रशासन ने यह धनराशि जुर्माने के तौर पर संबंधित पूर्व विधायक से वसूलने के लिए पत्र जिला कलेक्टर को लिखा है। इसकी भनक लगते ही अनेक जनप्रतिनिधियों ने इसका विरोध किया है। सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के कुछ नेताओं और एक मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने भी इस प्रस्ताव को अनुचित बताया है।