थर्ड डिग्री टॉर्चर का विरोध करने पर भाजपा नेता सीमा पात्रा ने पुत्र को भी बेड़ियों में जकड़ पागलखाने में करा दिया था भर्ती
झारखंड के रिटायर्ड आईएएस की पत्नी और भाजपा नेत्री सीमा पात्रा घर में काम करने वाली मेड सुनीता पर थर्ड डिग्री टॉर्चर करने लगीं तो उनके युवा पुत्र आयुष्मान पात्रा ने विरोध किया था;
रांची। झारखंड के रिटायर्ड आईएएस की पत्नी और भाजपा नेत्री सीमा पात्रा घर में काम करने वाली मेड सुनीता पर थर्ड डिग्री टॉर्चर करने लगीं तो उनके युवा पुत्र आयुष्मान पात्रा ने विरोध किया था। इसपर सीमा पात्रा ने अपने पुत्र को ही मनोरोगी घोषित कर रांची की चर्चित मानसिक आरोग्यशाला रिनपास में भर्ती करा दिया था। हद तो यह हो गयी कि उन्होंने पुत्र के हाथ में बेड़ियां लगाकर उसे जबरन यहां दाखिल कराया था। सोमवार को जब सुनीता के टॉर्चर की खबरें छपीं तो उन्होंने अपने पुत्र को आनन-फानन यहां से रिलीज करवा लिया है।
इधर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए नाराजगी जताई है। पुलिस की शिथिलता पर भी अपनी गंभीर चिंता जताते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक से पूछा है कि अब तक पुलिस ने दोषी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की है।
सुनीता पर हुए जुल्म की दास्तां आईएएनएस ने प्रकाशित की। इसके बाद से उसके लिए इंसाफ की मांग को लेकर सोशल मीडिया पर अभियान चल रहा है। ट्विटर पर मंगलवार को इस मुद्दे पर 35 हजार से भी ज्यादा ट्वीट किये गये हैं।
मंगलवार को पुलिस ने सीमा पात्रा की कैद से आजाद कराई गई सुनीता का कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया है। उसने अपने बयान में खुद पर हुए जुल्म की पूरी कहानी कोर्ट के समक्ष बतायी है। सुनीता के अनुसार, उसे गरम तवे से जगह-जगह दागा गया है। लोहे के रॉड से उसके आगे के तीन-चार दांत तोड़ दिये गये गये। उसका खाना-पानी तक बंद कर दिया गया था। झारखंड सरकार के कार्मिक विभाग के एक अफसर की सूचना पर रांची पुलिस ने उसे 22 अगस्त को सीमा पात्रा के रांची के अशोकनगर स्थित आवास से मुक्त कराया था, लेकिन उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
आदिवासी समुदाय से आने वाली सुनीता गुमला के एक गांव की रहने वाली है। करीब दस साल पहले वह रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा और भाजपा नेत्री सीमा पात्रा के घर मेड के तौर पर काम करने के लिए लाई गई थी। बाद में वह दिल्ली में रहनेवाली उनकी पुत्री वत्सला पात्रा के साथ भेज दी गई। दिल्ली से उनके तबादले के बाद सुनीता वापस रांची सीमा पात्रा के घर आई। यहां काम करते हुए उसे हमेशा प्रताड़ित किया जाता रहा। उसने घर जाने की इजाजत मांगी तो पिटाई करते हुए उसे कमरे में बंद कर दिया गया। बात-बात पर पिटाई आम हो गई। दर्जनों बार उसे गरम तवे से दागा गया। जिस कमरे में सुनीता को बंद किया गया, वहीं उसका बेडरूम और बाथरूम था। लगातार पिटाई से वह इस तरह अशक्त हो गयी थी कि फर्श पर घिसट-घिसट कर चलती थी। अगर गलती से सुनीता का पेशाब कमरे से बाहर चला जाता तो उसे अपने मुंह से उसे चाट कर साफ करना पड़ता था। घिसट-घिसट कर किसी तरह उसे यह भी करने को मजबूर किया गया।
मामला तूल पकड़ने पर झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भाजपा नेत्री सीमा पात्रा को पार्टी से निष्कासित करने की घोषणा की है।