भाजपा को नगर निकाय चुनाव में केवल 30 प्रतिशत मत मिले: रामगोपाल
समाजवादी पार्टी(सपा) ने कहा है कि नगर निकाय चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) भले ही अपनी पीठ थपथपा रही है;
लखनऊ। समाजवादी पार्टी(सपा) ने कहा है कि नगर निकाय चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) भले ही अपनी पीठ थपथपा रही है लेकिन हकीकत यह है कि नगर पंचायतो तथा नगर पालिका परिषदों में उसे हार का सामना करना पड़ा है।
सपा के प्रमुख महासचिव रामगोपाल ने आज यहां जारी बयान में कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव 43 प्रतिशत मत पाने वाली भाजपा को नगर निकाय चुनाव में केवल 30 प्रतिशत मत मिले है।
उन्होने कहा कि भाजपा ने नगर निगम के 16 महापौर के पदों में से 14 पर भले ही जीत हासिल की है लेकिन नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों के चुनाव में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है।
यादव ने कहा कि महापौर के लिये मतदान ईवीएम से हुआ जबकि नगर पंचायतो और नगर पालिका परिषदों में बैलेट पेपर से मतदान हुआ।
भाजपा जहां जहां ईवीएम से मतदान वहां जीत गयी और जहां बैलेट से हुआ वहां उसे हार का सामना करना पड़ा। इससे स्पष्ट है कि ईवीएम में धाधली हुई है। बटन कही भी दबाओं वोट कमल पर ही जाता है।
उन्होने कहा कि नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिये 198 पदों के लिये चुनाव हुआ था। इसमें से भाजपा को केवल 68 सीटें मिली है जबकि 130 सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा है। इसी तरह नगर पंचायत अध्यक्ष के 438 में से भाजपा को केवल 100 सीटों पर जीत मिली ।
सपा प्रमुख महासचिव ने कहा कि नगर पालिका परिषद सदस्यों के लिये 5261 सीटो पर चुनाव हुआ था। इसमें से भाजपा को 914 सीटें मिली।
इस तरह नगर पंचायत सदस्यों की 5390 सीटों में से भाजपा को 662 सीट मिली। उन्होने कहा कि नगर निकाय चुनाव में भाजपा को केवल 30 प्रतिशत मत मिले है। नगर निकाय चुनाव में भाजपा को तगड़ा झटका लगा है।