नरेश अग्रवाल के बयान पर बवाल, बीजेपी ने की इस्तीफे की मांग
पाकिस्तान ने जिस तरह से इंसानियत का ढोंग रचकर बेगुनाह कुलभूषण जाधव के परिवार से साथ बदसलूकी की उससे पूरे देश में गुस्से का माहौल है संसद से सड़क तक लोग पाक की इस नापाक हरकत पर रोष जता रहे हैं;
नई दिल्ली। पाकिस्तान ने जिस तरह से इंसानियत का ढोंग रचकर बेगुनाह कुलभूषण जाधव के परिवार से साथ बदसलूकी की उससे पूरे देश में गुस्से का माहौल है संसद से सड़क तक लोग पाक की इस नापाक हरकत पर रोष जता रहे हैं।
वहीं समाजवादी पार्टी के एक नेता ने इस मसले पर ऐसा बयान दिया है, जिससे बवाल खड़ा हो गया। सपा के राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल के मुताबिक जाधव के साथ पाकिस्तान का रवैया सही है।
आपको बता दें कि अक्सर विवादित बयान देकर अपनी पार्टी के लिए गले ही हड्डी बनने वाले सपा के राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने एक बार फिर विवादित बयान देकर राजनीति को गरमा दिया है और अपनी पार्टी के लिए मुसीबतें खड़ी कर दी है।
कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर बात करते हुए नरेश अग्रवाल ने कहा कि 'अगर पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को आंतकवादी माना है, तो वो उस हिसाब से ही व्यवहार करेंगे। नरेश अग्रवाल ने ये भी कहा, 'हमारे देश में भी आतंकवादियों के साथ ऐसा ही कड़ा व्यवहार करना चाहिए। पाकिस्तान की जेलों में सैकड़ों भारतीय बंद हैं, ऐसे में उनकी भी बात होनी चाहिए, सिर्फ जाधव की नहीं।
#WATCH: "Agar unhone (Pakistan) #KulbhushanJadhav ko aatankwadi apne desh mein mana hai, to wo uss hisaab se vyavhaar karenge; humare desh mein bhi aatankwadiyon ke saath aisa hi vyavhaar karna chahiye, kada vyavhar karna chahiye" says Samajwadi Party leader Naresh Agarwal pic.twitter.com/owm0DJ8xGd
नरेश अग्रवाल के इस बयान से सियासी हलकों में बवाल तो मचना तय था। अग्रवाल के इस बयान पर संसद में हंगामा मच गया बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि नरेश अग्रवाल का बयान कोई भी देशभक्त पसंद नहीं कर सकता।
गिरिराज ने कहा, 'ऐसे लोगों की हमदर्दी रोहिंग्या मुसलमानों के लिए, सेना पर पत्थर फेंकने वालों के लिए तो होती है लेकिन कुलभूषण यादव के परिवार के लिए नहीं होती। यह शर्मसार करने वाला बयान है।
वहीं सुब्रमण्यम स्वामी ने तो नरेश अग्रवाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग तक कर डाली। उन्होंने कहा कि अग्रवाल के खिलाफ संसद में प्रस्ताव लाना चाहिए और एक कमेटी बनाकर उनकी सदस्यता की समीक्षा करनी चाहिए।
Parl Affairs Min should introduce resolution seeking Mr. Naresh Agrawal's apology to the house & deep regret, if he refuses we should move motion to examine whether his conduct is not befitting that of an MP & therefore his membership should be terminated: Subramanian Swamy, BJP pic.twitter.com/VPCuRR75h4
हालांकि जब इस मामले पर राजनीतिक पारा अपने चरम पर पहुंच गया, तो नरेश अग्रवाल ने इससे पल्ला झाड़ लिया । उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
Meant to say something else.Indians jo Pak jail mein hain unke saath vo jo vyavhaar kar rahe hain humko bhi India mein jo Pak ke jasoos ya atankawadi hain unke saath waisa hi karna chaiye.Hum unke saath khuli chhooth dekar vyavhar kar hain humein woh nahi karna chahiye-N Agrawal pic.twitter.com/BDtUPPGRfF