जलसंकट से अब नहीं जूझेंगे ग्रामीण
बिलासपुर । लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी टंकी का निर्माण कराएगा। शासन ने ग्रामीण क्षेत्र में पानी टंकी के निर्माण के लिए लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग को करोड़ों की;
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बनेगी टंकियां
हैंडपंपों पर निर्भरता होगी खत्म
पीएचई ने शुरू की टेंडर प्रक्रिया
बिलासपुर । लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी टंकी का निर्माण कराएगा। शासन ने ग्रामीण क्षेत्र में पानी टंकी के निर्माण के लिए लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग को करोड़ों की राशि दी है।
लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग ने पानी टंकी के निर्माण के लिए टेण्डर प्रक्रिया कार्य शुरू कर दिया है। एक पानी टंकी से 20 से 25 गांवों को पानी सप्लाई की जाएगी। पानी टंकी की क्षमता 50 हजार लीटर होगी। जिस ग्रामीण क्षेत्र में पानी की समस्या अधिक है, उस क्षेत्र में पानी टंकी का पहले निर्माण कराया जाएगा। पहले चरण में दस पानी टंकियों का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में हैंडपंपों से ग्रामीणों को पानी मिल रहा है।
अधिकांश हैंडपंप खराब
ग्रामीण क्षेत्रों के हैंडपंप खराब होने के कारण पानी का संकट हर समय बना रहता है। जबकि लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग हर साल हैंडपंपों के मरम्मत कार्य में लाखो का खर्च करता है। मगर हैण्डपंप का उपयोग अधिक होने से हैंडपंप अधिक खराब भी होते हैं। पानी टंकी से ग्रामीणों को जब पानी मिलना शुरू होगा तो बड़ी राहत मिलेगी। पानी टंकी का निर्माण होने के बाद में पानी के सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शासन ने ग्रामीण क्षेत्र में पानी टंकी का निर्माण करने का योजना बनाई है। क्योंकि हैंडपंपों के मरम्मत कार्य में हर साल करोड़ों का खर्च आता है। हैंडपंपों की मरम्मत के बाद भी हैंडपंपों से पानी की सप्लाई नहीं होने पर ग्रामीणों को संकट से जूझना पड़ता है। ग्रामीणों को पानी के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है।
काफी दूर से लाना पड़ता है पानी
ग्रामीणों को पानी का संकट होने से दस-दस किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। यह समस्या ग्रामीणों को हर दिन होती है। लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग में पानी संकट को लेकर शिकायतों का अंबार लगा रहता है। शासन ने अब ग्रामीण क्षेत्रों में पानी टंकी का निर्माण कराकर ग्रामीणों को राहत देगी।
एक टंकी से 25 गांवों को पानी
एक पानी टंकी से 20 से 25 गांव को पानी की सप्लाई करने का योजना बनाई जा रही है। पानी टंकी की क्षमता 50 हजार लीटर की होगी। ग्रामीणों को दिन में सुबह-शाम पानी सप्लाई की जाएगी। पानी टंकी के निर्माण के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जाएगा। शासन ने लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग को पानी टंकी के निर्माण के लिए करोड़ों का राशि दी गई है। लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग ने पानी टंकी निर्माण के लिए टेण्डर प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग पहले चरण में दस पानी टंकियों का निर्माण करेगा। जिले के जिन ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का अधिक संकट है उन क्षेत्रों में पानी टंकी का पहले निर्माण कराया जाएगा।
गरमी में गहराता है जलसंकट
ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की अधिक समस्या गरमी के मौसम में होती है। उन क्षेत्रों में आम जनता को भरपूर पानी देने की योजना बनाई गई है। हर साल हैंडपंपों का जलस्तर नीचे जाने से पानी नहीं निकलने की शिकायत अधिक मिलती है मगर पानी टंकी से सप्लाई से पानी समस्या नहीं रहेगी।
10 टंकियां बन चुकी
शासन प्रदेश के दस जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी टंकी का निर्माण करा चुका है। शासन की योजना सफल हो गया है। जबकि शासन को हर साल हजारों हैंडपंप के लिए बोर करना पड़ता है। अधिक बोर होने से जल संकट गहराने लगा था। अधिकांश बोरों में पानी नहीं होने से गरमी के मौसम में समस्या सामने आती है। शासन ने पानी टंकी के निर्माण प्रदेश में अरबों खर्च करने की योजना बना है। 30 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में पानी टंकी का निर्माण हो चुका र्है। शासन को हैंडपंप खराब होने की समस्या से करोड़ों का नुकसान हो रहा था। मगर टंकियों का निर्माण होने से शासन को नुकसान से बचत होगी।