बिलासपुर जिला अस्पताल में ठगों,चोरों से रहें सावधान!
बिलासपुर ! जिला चिकित्सालय में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। आए दिन यहां वारदात हो रहे हैं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों से आये मरीजों के साथ अस्पताल में सक्रिय दलालों द्वारा ठगी भी की जा रही है।;
स्टाफ नर्स का मोबाइल पार, दो मरीजों से एक्सरे के नाम पर ठगी
प्रतिदिन हो रही है वारदातें, सुरक्षा व्यवस्था लचर
बिलासपुर ! जिला चिकित्सालय में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। आए दिन यहां वारदात हो रहे हैं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों से आये मरीजों के साथ अस्पताल में सक्रिय दलालों द्वारा ठगी भी की जा रही है। जिला अस्पताल में कल स्टाफ नर्स का मोबाइल पार हो गया। वहीं दो मरीजों से एक्सरे कराने के नाम पर 1200 की ठगी कर दलाल रफूचक्कर हो गए। जिला अस्पताल में तैनात 8 होमगार्ड के जवान ड्यूटी करते हुए भी ठगी व चोरी की घटनाओं पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं।
जिला अस्पताल में कल एक स्टाफ नर्स का मोबाइल चोरी हो गया। स्टाफ नर्स ने इसकी जानकारी सिविल सर्जन को दी और कल ही लोरमी क्षेत्र से दो ग्रामीण एक्सरे कराने के लिए जिला अस्पताल आये थे। जहां इन दोनों मरीजों को दलाल चकमा दे गये और 600-600 एक-एक मरीज से एक्सरे कराने के नाम पर ले कर भाग गये। एक्सरे के लिये आये मरीजों को नहीं पता था कि एक्सरे के लिये कितना पैसा लगता है और दलालों द्वारा ठगी कर ली गई। काफी देर इंतजार करने के बाद मरीज सिविल सर्जन के पास पहुंचे जहां ठगी की जानकारी डा.एस एस वाजपेयी को उन्होंने दी।
जिला अस्पताल में लगातार चोरी की घटनाएं हो रही है। वहीं अस्पताल परिसर तथा वार्ड के अंदर तक असामाजिक तत्वों का आना-जाना लगा हुआ है। जिससे वारदातें हो रही है। जिला अस्पताल में ओपीडी के समय बहुत भीड़ रहती है। हर दिन 400 से 500 मरीज यहां आते हैं और चोर व असमाजिक तत्व भीड़ का फायदा उठाकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। जिसका शिकार मरीज व उनके परिजन होते हैं और ग्रामीण अंचलों से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से रिफर व अन्य जांच के लिए आने वाले मरीजों से ठगी की जाती है। व पर्स मोबाइल भीड़ में पार कर दिये जाते हैं। अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि अस्पताल की सुरक्षा के लिए तैनात नगर सैनिक की लापरवाही से असामाजिक तत्व अस्पताल में प्रवेश करते हैं और तैनात कर्मी ड्यूटी पर इधर-उधर गायब रहते हैं। इसीलिए ऐसी घटनाएं हो रही है।
गेटपास नियम का पालन नहीं
अस्पताल में मरीजों के परिजनों के लिए गेटपास लागू किया गया है जिसका पालन नहीं हो रहा है। कुछ माह पूर्व अस्पताल में हो रही चोरी की घटनाएं व हंगामे को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने गेटपास सिस्टम लागू किया जिसमें मरीजों से मिलने आने वाले अटेंडर को गेटपास लेना पड़ता है। उसके बाद ही अस्पताल में प्रवेश दिया जाने का नियम है लेकिन यहां कोई भी व्यक्ति बिना गेटपास लिये कहीं भी आ जा रहा है। उन्हें रोका नहीं जा रहा है। 8 जवान ड्यूटी पर है जिसमें दो की ड्यूटी आने जाने वाले लोगों पर नजर रखने की है। मगर नगर सैनिक के जवान इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
8 होमगार्ड जवान रहते हैं तैनात
जिला अस्पताल की सुरक्षा के लिए पहले 25 निजी गार्ड रखे गये थे उसके बाद होमगार्ड के 8 जवानों को अस्पताल की सुरक्षा के लिए रखा गया है। पूर्व में निजी गार्ड जो थे उनके वेतन का भार ज्यादा हो जाता था। जिस पर अस्पताल प्रबंधन ने बजट कम व राशि अत्यधिक हो जाने की वजह से जिला प्रशासन से होमगार्ड के जवानों को अस्पताल की सुरक्षा के लिए मांगा था तब 8 नगर सैनिक भेजे गये। यह तीन शिफ्टों में ड्यूटी करते हैं। अस्पताल प्रबध्ंान का कहना है कि निजी गार्ड थे तो ही ठीक था।
सीसी टीवी कैमरे बंद पड़े हैं
जिला अस्पताल का सीसी टीवी कैमरे बंद पड़े हैं। जिससे अस्पताल की सुरक्षा भगवान भरोसे है। सिविल सर्जन के कक्ष से सीसी टीवी का संचालन होता था जो कि कुछ दिनों से बंद है। डा.एस.एस.बाजपेयी ने बताया कि आज ही इंजीनियर आये थे जिन्होंने पूरे अस्पताल का मुआयना किया जल्द ही अस्पताल में सीसी टीवी से नजर रखी जाएगी। अस्पताल में कुछ कैमरे लगे हैं वहीं कुछ तकनीकी खराब की वजह से बंद है। जल्द ही 25 सीसी टीवी कैमरे अस्पताल में लगने हैं जिससे पूरे अस्पताल परिसर की मानिटरिंग सीएस कक्ष से की जाएगी।
असामाजिक तत्वों का जमावड़ा
जिला अस्पताल के परिजन शेड व ओएसटी सेंटर व मरच्यूरी के सामने असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। जोकि खुलेआम इन जगहों पर नशाखोरी करते देखे जाते हैं। ये ओएसटी सेंटर के पीछे द्वार से अस्पताल में घुस जाते हैं और ओपीडी वार्ड में हंगामा मचाने तथा चोरी जैसी वारदातों को अंजाम देते हैं। ये लोग अस्पताल के मुख्य द्वार चौकी से ही आते जाते हैं मगर चौकी पुलिस द्वारा इन्हें रोक नहीं जाता। पूर्व में भी मारपीट, चोरी, हंगामे जेसी घटनाएं हुई है। जिसके लिए अस्पताल के पीछे गेट पर एक गार्ड की ड्यूटी की मांग की जा रही है पर नगर सैनिक उस जगह पर जाना नहीं नहीं चाहते।