बिहार के राज्यपाल ने केंद्र एवं राज्य सरकार की तारीफ की
बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने यहां शनिवार को कहा कि स्वाभिमान हमें राष्ट्रप्रेम से जोड़ता;
पटना। बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने यहां आज कहा कि स्वाभिमान हमें राष्ट्रप्रेम से जोड़ता है और हम अपने देश और प्रदेश के नवनिर्माण के लिए संकल्पित होते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी भी इसी गौरव-बोध से प्रेरित होकर भारत एवं बिहार के नवनिर्माण के लिए तत्पर होगी। पटना में इंडिया टुडे ग्रुप द्वारा आयोजित 'स्टेट ऑफ दि स्टेट कॉन्क्लेव' का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि केवल नकारात्मक नजरिए से न तो देश और समाज का नवनिर्माण हो सकता है और न ही विकास की प्रक्रिया तेज हो सकती है।
उन्होंने केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि आज केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ समाज के वंचित और कमजोर वर्गो तक सीधे पहुंच रहा है।
अयोध्या में राममंदिर निर्माण से संबंधित एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि भारतीय न्यायपालिका ने भारतीय जनतंत्र को काफी मजबूती प्रदान कर विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने कहा, "हमारे संविधान में अलग-अलग स्वायत्तता है। राम मंदिर से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। विश्वास है कि अंतत: जन-भावनाओं का सम्मान होगा।"
विकास की प्रक्रिया में सबकी सहभागिता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, "मीडिया की भूमिका भी समीक्षक के साथ-साथ सहयोगी की भी है। विसंगतियों पर निंदा होनी चाहिए, लेकिन उपलब्धियों की प्रशंसा भी भरपूर होनी चाहिए। इसके काम करनेवालों का उत्साह बढ़ता है और वे अनुप्रेरित होते हैं।"
एक सवाल के जवाब में राज्यपाल टंडन ने कहा कि उनकी किताब 'अनकहा लखनऊ', लखनऊ की वास्तविक सांस्कृतिक पहचान को सबके सामने लाती है। उन्होंने पूरी बेबाकी से कहा कि लखनऊ सिर्फ नबाब और कबाब का शहर कभी नहीं रहा है। प्राचीन अवध प्रांत के एक हिस्से के रूप में इसकी अनूठी सांस्कृतिक पहचान रही है।