बैलगाड़ी से जाएगी बारात, शराब-डीजे पर भी प्रतिबंधित
भोपाल ! मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिले अलीराजपुर में आदिवासियों ने पूरे देश को संदेश देने वाले दो महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।;
भोपाल ! मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिले अलीराजपुर में आदिवासियों ने पूरे देश को संदेश देने वाले दो महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। इस जिले के घेरूघाटी व बोरकुंडिया के ग्रामीणों ने शादियों में शराब को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया है, वहीं बरात महंगी गाडिय़ों की जगह बैलगाडिय़ों पर ले जाने का फैसला भी किया गया है। इसके साथ ही दहेज के लिए भी 51 हजार रुपए तक की एक सीमा तय कर दी गई है जिससे गरीब परिवार के लोगों को भी शादी करने में आसानी हो। ऐसा कर आदिवासियों ने एक नया संदेश देने की कोशिश की है। प्रदेश में जहां शराबबंदी एक मुद्दा है मगर इस पर धरना-प्रदर्शनों की राजनीति की जा रही है या फिर सामाजिक चेतना लाने की बात। मगर, इन दोनों गांवों के आदिवासियों ने खुद आगे आकर शराब को प्रतिबंधित कर दिया है। यह अन्य लोगों के लिए एक उदाहरण है। यही नहीं घेरूघाटी व बोरकुंडिया के ग्रामीणों ने शादियों में डीजे पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। अब यहां शादियों के दौरान स्थानीय ढ़ोल और मांदल की थाप ही सुनाई देगी।
इनका कहना है
गांव की शादियों में शराब पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गई है. धार्मिक कार्यक्रम के लिए जो ताड़ी लगती है सिर्फ उसका ही उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा दहेज की रकम तय करने और गाडिय़ों व डीजे पर प्रतिबंध से बाहरी खर्चा बच रहा है। अब शादियों में दो से ढ़ाई लाख रुपए तक बचत हो रही है।
बिसन सिंह, सरपंच घेरूघाटी