भाकियू ने यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण की महांपचायत

 भारतीय किसान यूनियन ने किसानों की मांगों को  लेकर शुक्रवार यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय के सामने महापंचायत की;

Update: 2018-01-06 15:51 GMT

ग्रेटर नोएडा।  भारतीय किसान यूनियन ने किसानों की मांगों को  लेकर शुक्रवार यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय के सामने महापंचायत की। महापंचायत के माध्यम से भाकियू ने  किसानों को 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा तुरंत दिए जाने, गांवों  विकास करने और सफाई कर्मचारी लगाने।  

शमशान व कब्रिस्तान की चारदीवारी कराई जाए तथा जिन गांव में शमशान व कब्रिस्तान नहीं है उन गांव में शमशान और कब्रिस्तान बनाए जाए। जिन किसानों पर भूमाफिया के झूठे केस लगाए गए हैं तुरंत वापस किए जाए। काफी समय से किसानों की आबादी का निस्तारण नहीं हुआ है वह तुरंत किया जाए तथा किसानों की आबादी ज्यादा से ज्यादा छोड़ी जाए। जिन किसानों की आबादी का अधिग्रहण किया गया है उन किसानों के बच्चों को रोजगार दिया जाए।

सेक्टर-21 में किसानों से काफी भूमि वापस सहमति के आधार पर किसानों से खरीदी गई है कुछ अंश भूमि की किसानों को बची हुई भूमि दिलवाई जाए। जिन गांवों से ग्राम पंचायत समाप्त हो चुका है, उन गांवों का विकास तुरंत कराया जाए। किसानों ने प्राधिकरण ओएसडी एके तिवारी को ज्ञापन दिया। जिस पर ओएसडी ने आश्वासन दिया नौ जनवरी को अध्यक्ष  व सीईओ के साथ यमुना प्राधिकरण में किसानों की बैठक होगी जिसमें  सभी मुद्दे पर चर्चा होगी।

ओएसडी के आश्वासन भाकियू ने महापंचायत समाप्त की। इस मौके  महेंद्र सिंह चौरोली, ओमप्रकाश कसाना, पवन खटाना, लज्जाराम नागर, अजय पाल शर्मा, सुभाष चौधरी, मनोज मावी, अनित कसाना, सुरेंद्र नागर, दया प्रधान, राजे प्रधान, सुबोध इमलिया, गजेंद्र नागर, कमल नागर, नरेंद्र चोकर, पूरन सिंह आर्य,सुभाष चौधरी, शमशाद ,बॉबी नागर, नरेंद्र नागर, देवेंद्र नागर, फिरे राम तोंगर,सुनील प्रधान,प्रवीन भाटी,संजय कसना,धनेश प्रधान,वीरेंद्र नागर, डॉक्टर, इंद्रजीत आदि किसान मौजूद थे।

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