भाकियू ने जताया जन आशीर्वाद यात्रा पर एतराज
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की 18 अगस्त से निकाली जाने वाली प्रदेश स्तरीय जन आशीर्वाद यात्रा पर एतराज जताते हुए कहा है कि यह यात्रा औचित्यहीन तथा छलावे से भरी दिखाई दे;
जींद। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की 18 अगस्त से निकाली जाने वाली प्रदेश स्तरीय जन आशीर्वाद यात्रा पर एतराज जताते हुए कहा है कि यह यात्रा औचित्यहीन तथा छलावे से भरी दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री की यह यात्रा किसानों को भ्रमित करने वाली है तथा इसको लेकर किसान समुदाय में उत्साह नहीं है। किसान नेता रामफल कंडेला के जींद स्थित संस्थान पर आयोजित बैठक में भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने भाकियू के पदाधिकारियों से चर्चा करते हुए आज कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के हितों के लिए एक भी कारगर कदम नही उठाया गया है।
जिससे किसानों के जीवन स्तर में कोई बदलाव आया हो। उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि मुख्यमंत्री किसान-मजदूर की कर्ज मुक्ति करने के बाद राज्य के भ्रमण पर निकलते। किसान नेताओं का कहना है कि फसलों को समर्थन मूल्य पर खरीद गांरटी का कानून बनाना चाहिए। गन्ने की बकाया राशी को लेने के लिए हजारों गन्ना उत्पादक किसान प्राईवेट शुगर मिलों के दरवाजों पर अपना सिर पटक पटक कर रो रहे है। प्रधामंत्री फसल बीमा के नाम पर भाजपा सरकार ने निजी बीमा कंपनियों के हाथों किसानों से करोडों रूपए की बीमा राशि के नाम पर लूट करवाई है।
भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला ने कहा कि इस यात्रा के विरोध को लेकर आगामी 16 अगस्त को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर भाकियू कार्यकर्ता जिला उपायुक्तों को ज्ञापन सौंप कर इसे रद्द करने की मांग करेगें। अन्यथा आंदोलन करने के लिए मजबूर होगें।
इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला, फतेहाबाद के जिलाध्यक्ष हंसराज सिवाच, प्रदेश संगठन मंत्री श्याम सिंह मान, जींद जिलाध्यक्ष छज्जूराम कंडेला, किसान नेता बलजीत राठी, सहित सैंकडों किसान मौजूद थे।