सिरफिरे सुरक्षाकर्मी ने खेला मौत का खेल,अंधाधुंध फायरिंग में चार की मौत
अशोकनगर ! पठार स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में भरी दुपहरी में बैंक के गार्ड ने एक नरसंहार को अंजाम दिया है।;
अशोकनगर ! पठार स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में भरी दुपहरी में बैंक के गार्ड ने एक नरसंहार को अंजाम दिया है। जिसमे गार्ड उसकी पत्नी सहित चार लोगों की मौत हो गई है। दिल दहला देने वाली इस घटना में एक निजी बैंक के सुरक्षाकर्मी ने पहले अपनी पत्नी को गोली मारी ,इसके बाद उसी के मकान में रहने वाले विकास जैन को गोली मार दी। सरेराह विकास को गोली मारने के बाद उसे बचाने आए उसके भाई संजय मैं भी इस गार्ड ने गोली मार दी । तीन लोगों को मारने के बाद करीब आधा घंटे तक इस सनकी सुरक्षाकर्मी लखन रघुबंशी ने मोहल्ले में मौत का तांडव मचा रखा।
इस दौरान उसने कई लोगों पर बंदूक तानी। धटना स्थल पर कवरेज करने गये एक पत्रकार पर भी इस सनकी बैंक गार्ड ने बंदूक तान दी किसी तरह भागकर उन्होंने अपनी जान बचाई । करीब आधा से घंटे जायदा समय तक भरी बंदूक लेकर यह युवक मोहल्ले में मौत का तांडव मचाता रहा।इसके बाद इसने खुद में भी गोली मार ली चारों लोगों की इस घटना में मौत हो गई है। घर के अंदर पति पत्नी में संभवत किसी तरह का विवाद हुआ है एवं आशंका जताई आ रही है कि पत्नी को गोली मारने के बाद ही उसने दो अन्य लोगों को मारा है। पति पत्नी के अलावा दोनों मृतक विकास एवं संजय सगे भाई है बैंक गार्ड लखन और मृतक दोनों भाई एक ही मकान में किराए से रहते थे विकास की मां ने इस पूरे घटना क्रम को अपनी आंखों से देखा है । उन्होंने बताया की लखन के सर पर तुम मानो खून सवार था बंदूक लेकर वह कुछ देर पहले उनके पास आया था जब से पूछा बंदूक क्यों लिये हो उसने बताया था किसी को मारना है इतने में ही में ही विकास आता देखा और सीधे उस में गोली मार दी ।इसके बाद उसको बचाने आए उसके भाई संजय मैं भी इस सरफिरे ने गोली मार दी, जिसमें इन दोनों की मौत हो गई । इस हत्याकाण्ड की स्पष्ट बजह अभी सामने नहीं आ सकी है। करीब 1 घंटे से ज्यादा समय तक यह पूरा घटनाक्रम चलता रहा। औरयह सिरफिरा हत्यारा लोगों में दहशत फैलाता रहा। इसके बाद उसने खुद के सर में भी गोली मार ली ।जिससे इसकी भी मौत हो गई।इस मामले में स्थानीय निवासियों ने पुलिस पर जमकर रोष निकाला है ।घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर को भी लोगों के रोष का सामना करना पड़ा ।स्थानीय निवासियों एवं प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है इस घटना का कहना है आधा घंटे से भी ज्यादा का समय गुजर जाने के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची अगर समय पर पुलिस पहुंच गई होती तो इतना बडें नरसंहार को बचाया जा सकता था।इसके बाद लोगों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ नारेबाजी की है।