जननायक की दुहाई देने वाले 28 वर्ष की उम्र में बेनामी संपत्ति के मालिक बन गये : सुशील
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर की दुहाई देने वाले नेता 28 वर्ष की उम्र में तीस से ज्यादा बेनामी सम्पत्ति के मालिक बन गये है।;
पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर की दुहाई देने वाले नेता 28 वर्ष की उम्र में तीस से ज्यादा बेनामी सम्पत्ति के मालिक बन गये है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां जननायक कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधति करते हुए प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम लिये बगैर कहा कि 50 वर्षों तक राजनीति में सक्रिय रहने वाले जननायक का जब निधन हुआ तो उनके पास पक्का का एक मकान और कोई बैंक बैलेंस नहीं था।
जननायक के नाम की दुहाई देने वाले ऐसे लोग भी हैं जिन्हें मौका मिला तो 28 वर्ष की उम्र में 30 से ज्यादा बेनामी सम्पत्ति के मालिक बन गये हैं।मोदी ने राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) भारत प्रक्षेत्र के सम्मेलन में यहां राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के हंगामा करने पर कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में देश के चार-चार मुख्यमंत्रियों के जेल जाने से संबंधित उनके बयान पर राजद का भड़कना ‘चोर की दाढ़ी में तिनके’ की कहावत को चरितार्थ करता है।
राजद को बताना चाहिए कि क्या उनके नेता आंदोलन और सत्याग्रह करके जेल गये हैं या चारा घोटाले जैसे भ्रष्टाचार के आरोप में तीन-तीन अदालत से सजा मिलने के बाद जेल में बंद हैं।
उप मुख्यमंत्री ने राजद के आरोप के जवाब में कहा कि बिहार को बदनाम और कलंकित तो उन लोगों ने किया है जिन्होंने बिहार का सरकारी खजाना लूटा।सरकारी खजाना लूटने के कारण ही 15 साल तक बिहार को अंधेरे में धकेलने का पाप किया है।
उन्होंने कहा कि एक दागी और सजायाफ्ता के समर्थन में हंगामा कर राजद ने बिहार की छवि को एक बार फिर सीपीए के सम्मेलन जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर धूमिल किया है। बिहार को शर्मसार करने वालों को प्रदेश की जनता कभी माफ नहीं करेंगी।