एम्बुलेंस की आड़ में तस्करी,40 लाख का गांजा बरामद

गश्त पर निकली कटघोरा पुलिस को शनिवार देर रात बड़ी कामयाबी हाथ लगी;

Update: 2018-06-05 14:33 GMT

 कटघोरा थाना प्रभारी की अगुवाई मेंं बड़ी कामयाबी 
 तस्करी में शामिल लोगों की हो रही तलाश

कोरबा। गश्त पर निकली कटघोरा पुलिस को शनिवार देर रात बड़ी कामयाबी हाथ लगी। कटघोरा थाना प्रभारी एमबी पटेल आरक्षकों के साथ रात करीब 11 बजे विभागीय वाहन से गश्त पर रवाना हुए थे। इसी दौरान उन्हें कसनिया के पास संदिग्ध एम्बुलेंस क्र.सीजी 04 एएल 1530 नजर आयी। 
 पुलिस ने आशंका होने पर एम्बुलेंस को रोकने की कोशिश की लेकिन वाहन रोकने की बजाय ड्राइवर गाड़ी को पेंड्रा रोड की ओर ले गया। पुलिस को समझते देर नहीं लगी कि मामला गड़बड़ है। थाना प्रभारी ने एम्बुलेंस का पीछा किया कि इसी दौरान सिंघिया के पहले एम्बुलेंस के चालक ने वाहन को खड़ा किया और अँधेरे का फायदा उठाते हुए जंगल की ओर फरार हो गया। पुलिस ने जब मौके पर ही एम्बुलेंस की तलाशी ली तो वो भी दंग रह गए। वाहन में लगभग 35 बोरे में करीब एक टन गांजा भरा हुआ था। गांजे की अनुमानित कीमत 40 लाख के करीब बताई जा रही है। पुलिस ने जब अपनी पड़ताल आगे बढ़ाई तो पता चला कि आंध्रप्रदेश पासिंग के वाहन में तस्करों ने बड़ी चालाकी से छत्तीसगढ़ पासिंग का नंबर प्लेट लगा रखा था। बहरहाल यह एम्बुलेंस कहां की है और इतनी बड़ी मात्रा में की जा रही गांजे की तस्करी में किसका हाथ है? इस तरह के अहम् सवालों को सुलझाने में पुलिस जुट गयी है।
 

11 लाख का गांजा छोड़ भागे थे तस्कर
याद रहे इससे पहले 23 दिसंबर 2017 की रात लगभग 12 से 1 बजे के मध्य कटघोरा थाना क्षेत्र के ही सुतर्रा मुख्य मार्ग से करीब डेढ़ किमी भीतर जंगल में अज्ञात तस्करों द्वारा फेंके गए 229 किलो गांजा कीमती 11 लाख  45 हजार को जप्त किया गया था।  सड़क से भीतर जंगल में एम्बुलेंस जैसी दिखने वाली एक लाल रंग की गाड़ी को स्थानीय कुछ युवकों ने देखा। इनयुवकों ने अपने साथियों को बुलाया व सूचना पुलिस को भी दी गई। कथित एम्बुलेंस के पास खड़े लोग इस बात का पता चलते ही 10 से 15 मिनट के भीतर गाड़ी में रखे काटूनों को बाहर फेंका और जंगल से निकलकर वाहन सहित फरार हो गए। पुलिस ने पार्सल की तरह पैक किए गए 29 काटूनों को खोला तो गांजा भरा हुआ मिला। प्रकरण में धारा 102 सीआरपीसी के तहत अपराध दर्ज कर इसे फेंक कर भागने वालों और वारदात में प्रयुक्त एम्बुलेंस जैसी वाहन का सुराग अब तक तलाशा जा रहा है।
 

भारत सरकार लिखे कैश वेन से मिला था 50 लाख का गांजा
पाली पुलिस ने ग्राम नुनेरा के आवासपारा में दो दिनों से बिगड़ी हालत में खड़ी भारत सरकार लिखे कैश वेन से ताला तोड़ कर 1005 किलो कीमत 50 लाख से अधिक का गांजा बरामद किया था। वेन के संबंध में पता लगाने पर यह वाहन लेलार्ड सिक्यूरिटी गार्ड कंपनी हैदराबाद में चलना मालूम हुआ। वहां जाने पर ज्ञात हुआ कि उक्त कं पनी बंद हो गईर् है और मुख्यालय मुंबई शिफ्ट हो गया है। उक्त वाहन बसना सरईपाली, उड़ीसा के किसी राहुल मिश्रा को बेचे जाने का पता चला। उपरोक्त व्यक्ति और उसके पते पर दबिश दी गई तो राहुल नाम का व्यक्ति होना ही नहीं पाया गया व वाहन खरीदते समय दी गई आईडी, फोटो सब फर्जी मिले। पाली थाना प्रभारी निरीक्षक मानसिंह राठिया ने बताया कि अब तक गांजा तस्करी के आरोपी पकड़े नहीं जा सके हैं हालांकि प्रयास जारी है।
 

चौकस जांच के अभाव का फायदा
प्रवेश और निकासी सीमा पर चौकस जांच के अभाव में तस्कर अपना काम बेधड़क होकर अंजाम दे रहे हैं। पूर्व में पकड़ में आये मामलों से इसकी पुष्टि होती रही है और इसी तरह का एक अन्य मामला सामने आने के बाद इतना तो तय है कि गांजा की खेप कोरबा में खपाए जाने के साथ-साथ यहां से होकर दीगर जिला व प्रांत में भी पहुंच रही है। यहां यह चिंतनीय है कि एम्बुलेंस जैसी आपात सेवा वाले वाहनों व सरकार से संबद्धता वाले वाहनों को रोक कर जांच-पड़ताल नहीं की जाती, शायद इसी का फायदा तस्कर उठा रहे हैं।  

Tags:    

Similar News