अमित शाह ने शुरू किया प्रवास
राजधानी में भाजपा की जमीन को मजबूत करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच अपना दो दिवसीय प्रवास आज शुरू करते हुए;
नई दिल्ली। राजधानी में भाजपा की जमीन को मजबूत करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच अपना दो दिवसीय प्रवास आज शुरू करते हुए पहले दिन नौ सत्रीय प्रथम दिवस प्रवास पर कार्यकर्ताओं नेताओं से सीधे रूबरू हुए। प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने अमित शाह का स्वागत किया तो वहीं संगठन और सांसदों के बीच वैचारिक मतभेद भी खुलकर सामने आ गए। पार्टी के नेताओं ने दो टूक कहा कि संगठन सर्वोपरि है और संगठन, सरकार के कामकाज को जन जन तक पहुंचाए।
भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. अनिल जैन, दिल्ली भाजपा सह प्रभारी तरूण चुघ, केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन और विजय गोयल, नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता आदि जहां मंचासीन थे वहीं प्रवास के प्रत्येक सत्र का समन्वय दिल्ली भाजपा नेताओं द्वारा किया गया। सूत्रों की माने तो पूर्वी दिल्ली, नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली व उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के सांसदों व संगठन के नेताओं के बीच आपसी मतभेद खुलकर सामने आ गए।
बैठक में दिल्ली भाजपा के कोर ग्रुप के सदस्य, सांसद, विधायक, प्रदेश पदाधिकारी, मोर्चा और जिला अध्यक्ष तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
तीसरे सत्र में अमित शाह प्रदेश भाजपा के कोर गु्रप सदस्यों के साथ मिले जिनमें सांसद और प्रदेश महामंत्री सम्मिलित थे। चौथे सत्र में प्रदेश पदाधिकारियों, जिला प्रभारियों और जिला अध्यक्षों के साथ बैठक हुई और उसके बाद सत्र में सभी नवनिर्वाचित निगम पार्षदों और दिल्ली छावनी बोर्ड के सदस्यों तथा उनके नेताओं के साथ बैठक हुई। सातवें सत्र में अमित शाह उन नेताओं से मिले जो विभिन्न जिलों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय विस्तारक योजना का काम देख रहे हैं साथ ही उन विस्तारकों से भी मिले जो पार्टी के कार्य के लिए छह माह से लेकर एक वर्ष तक का समय विस्तारक के रूप में देंगे।
इस सत्र का समन्वय अभय वर्मा और विक्रम बिधूड़ी ने किया। आज के प्रवास के आठवें सत्र में उन नेताओं के साथ बैठक हुई जो संगठन में पदों पर तो नहीं हैं किन्तु जो प्रख्यात, सामाजिक कार्यकर्ता व व्यापारी नेता हैं। वहीं सूत्रों की माने तो पार्षदों से बातचीत में अमित शाह ने दो टूक कहा कि पूरी ईमानदारी से जनता के लिए काम करें अन्यथा उन्हें भी निष्क्रियता के लिए परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।