राज्यसभा चुनाव के लिए अमित शाह, ईरानी और राजपूत ने भरा पर्चा
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी तथा कांग्रेस को छोड कर भाजपा में शामिल;
गांधीनगर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी तथा कांग्रेस को छोड कर भाजपा में शामिल होने वाले पार्टी के मुख्य सचेतक बलवंत सिंह राजपूत ने आज गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए आठ अगस्त को होने वाले चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा। आज नामांकन का अंतिम दिन था।
गुजरात में अहमदाबाद के नाराणपुरा सीट से निवर्तमान विधायक शाह चुनाव जीतने पर पहली बार संसद के किसी सदन के सदस्य बनेंगे। हालांकि ईरानी जो इन तीन सीटों में से एक की निवर्तमान राज्यसभा सांसद हैं, जीतने पर दूसरी बार संसद के उच्च सदन में पहुंचेगी। विधानसभा के अंकगणित को देखते हुए दोनो का चुना जाना लगभग तय है।
नामांकन के मौके पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी तथा गुजरात भाजपा प्रभारी भूपेन्द्र यादव समेत प्रदेश के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। अब तीन सीटों के लिए हो रहे चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल समेत कुल चार उम्मीदवार मैदान में हैं और परिदृश्य रोचक हो गया है।
यादव ने कहा कि भाजपा खरीद फरोख्त की राजनीति यानी हॉर्स ट्रेडिंग को बढावा नहीं दे रही है बल्कि इसने अपने तीसरे सीट के लिए विपक्षी विधायकों से समर्थन की खुली अपील की है। जो विकास के पक्षधर हैं वे वोट देंगे। उधर राजपूत की राज्यसभा की उम्मीदवारी को पटेल को लगातार पांचवी बार जीतने से रोकने के भाजपा के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।
नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि आज ही है। कल नामांकन पत्रों की जांच होगी जबकि नाम वापसी 31 जुलाई तक की जा सकेगी। वोटों की गिनती आठ अगस्त को ही चुनाव के बाद हो जाएगी। राज्य सभा का यह चुनाव निवर्तमान सांसदों ईरानी, अहमद पटेल तथा भाजपा के दिलीप पंडया का कार्यकाल आगामी 18 अगस्त को पूरा होने के कारण हो रहा हैं।
कुल 182 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा के पास एक बागी समेत 122 विधायक हैं, कांग्रेस के 51 (पिछले 24 घंटे में छह विधायकों के इस्तीफे के बाद वाघेला और उनके विधायक पुत्र तथा कुछ और समर्थकों के साथ), राकांपा के दो और जदयू का एक विधायक है। चुनाव में जीत के लिए पटेल को आज की स्थिति में 45 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।