इस सीट से चुनाव लड़कर पिता की विरासत का संदेश दे सकते हैं अखिलेश यादव

लोकसभा चुनाव के लिये शुक्रवार को सपा प्रत्याशियों की पहली सूची;

Update: 2019-03-09 11:28 GMT

इटावा । वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में ‘मोदी लहर’ के सामने अपने पैतृक संसदीय क्षेत्र को बचाने में असफल समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बार फिर पार्टी के प्रति समर्पित ‘कठेरिया परिवार’ पर भरोसा जताया है। 

पिछले लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी प्रेमदास कठेरिया भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अशोक दोहरे से चुनाव हार गये थे। ‘मोदी लहर’ के आगे बेवश कठेरिया को एक लाख 72 हजार 946 मतों से हार का सामना करना पडा था। लोकसभा चुनाव के लिये शुक्रवार को सपा प्रत्याशियों की पहली सूची में इस बार प्रेमदास के पुत्र कमलेश कठेरिया को इटावा (सुरक्षित) का टिकट थमाया गया है।

मुलायम परिवार के भरोसेमंद प्रेमदास कठेरिया खुद इटावा संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके है जबकि कमलेश की मां वीनेश दो दफा एशिया के पहले ब्लाक महेवा की ब्लाक प्रमुख रह चुकी है। युवा प्रत्याशी की पत्नी पूजा जिला पंचायत सदस्य भी है । 32 वर्षीय कमलेश इससे पहले 2017 विधानसभा चुनाव में इटावा की भरथना सीट से मैदान में उतरे थे जहां उनको भाजपा प्रत्याशी सावित्री कठेरिया ने कड़े संघर्ष में 1968 वोट पराजित कर दिया था।

मुलायम परिवार के विश्वसनीय लोगों में शुमार प्रेमदास इटावा के जाने माने सनातन धर्म इंटर कालेज में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं। वह वर्ष 2009 में इटावा सीट से सांसद चुने गये थे। सांसद बनने से पहले प्रेमदास इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके है।

 

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