अय्यर के 'नीच' बयान पर कोहराम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हे 'असभ्य' और 'नीच' तक कह डाला;
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हे 'असभ्य' और 'नीच' तक कह डाला। अय्यर ने यह टिप्पणी मोदी के उस बयान पर आयी है जिसमें उन्होंने परोक्ष रूप से कांग्रेस और नेहरू गांधी परिवार पर राष्ट्र निर्माण में संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर के योगदान को दबाने का आरोप लगाया है। अय्यर के इस बयान को भाजपा ने प्रचार में भुनाना भी शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अय्यर के बहाने कांग्रेस पर हमला बोल दिया। मामला बिगड़ता देख बचाव की मुद्रा में आई कांग्रेस ने साफ कर दिया कि अय्यर के बयान से उसका कोई लेना देना नहीं है और प्रधानमंत्री की मर्यादा का ध्यान रखते हुए इस तरह की टिप्पणी बर्दाश्त नहीं है। राहुल गांधी ने ट्विट कर अय्यर से माफी मांगने के निर्देश दिए। लेकिन मणिशंकर की माफी से भी जब मामला संभलता हुआ नहीं दिखा तो देर शाम मणिशंकर को कांग्रेस की प्राथमिकता सदस्यता से निलम्बित कर दिया गया।
अय्यर के बयान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में एक जनसभा में इसका जवाब देते हुए कहा कि आपने हमें नीच कहा, निचली जाति का कहा। ये 18 तारीख को नतीजे ही दिखाएंगे कि गुजरात के बेटे को ऐसा कहना कितना भारी पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने जनता से कहा कि आपने मुझे प्रधानमंत्री के तौर पर देखा है। आपने कभी ऐसा देखा है कि मैंने कभी कोई नीच काम किया है। कांग्रेस के लोगों आप मानसिक संतुलन गंवा चुके हैं। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता इस देश के गरीबों के साथ बैठने में। मुझे गर्व है कि भले ही मैं नीच जाति का हूं।
वहीं मणिशंकर अय्यर के बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जो दरबार कहता है वही दरबारी कहते हैं। यह उनका सामंती अहंकार है कि गांधी परिवार ही शासन चला सकता है। इसके बाद इसको लेकर विवाद हो गया और अय्यर को सफाई देनी पड़ी। मणिशंकर अय्यर ने सफाई में कहा, हां मैंने अंग्रेजी में नीच कहा था। अगर इसका मतलब हिंदी में ऐसा होता है तो मैं माफी मांगता हूं। मैं अच्छे से हिंदी नहीं जानता। मैं अंग्रेजी में सोचता हूं और उसके हिसाब से हिंदी में ट्रंासलेेट कर बोलता हूं। मैंने एक शब्द का इस्तेमाल किया जिसके कई मायने निकलते हैं और जो मायना मोदी जी निकाल रहे हैं उससे मेरा कोई सरोकार नहीं है।
राहुल गांधी ने भी अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री लगातार कांग्रेस पर हमला करने के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल करते हैं। कांग्रेस पार्टी में अलग तरह की परंपरा और विरासत रही है। मैं प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करने के लिए मणिशंकर अय्यर द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा और तरीके का समर्थन नहीं करता। कांग्रेस और मैं दोनों चाहते हैं कि जो भी उन्होंने कहा उसके लिए वो माफी मांगें।
ये बोल गए थे मोदी, जिससे कांग्रेस नेता हुए खफा
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने आज यहां डाक्टर अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र का उद्घाटन करने के बाद आयोजित एक समारोह में कहा कि बाबा साहेब के निधन के बाद वर्षों तक उनके विचारों को दबाने की कोशिश हुई और उनके योगदान को मिटाने का प्रयास किया गया लेकिन ऐसे लोग भारतीय जन मानस के चिंतन से उनके विचारों को नहीं मिटा पाए। जिस परिवार के लिए यह सब किया गया लोग उस परिवार से ज्यादा आज बाबा साहेब से प्रभावित हैं। मोदी ने इस मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उनपर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि आजकल उन्हें बाबा साहेब नहीं बल्कि बाबा भोले याद आ रहे हैं। अय्यर ने प्रधानमंत्री के इस बयान पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर के सपनों को साकार करने का सबसे बड़ा योगदान पंडित जवाहरलाल नेहरू का रहा है।