पड़ोसी देशों के साथ मोदी की नीति पर भड़के अय्यर
पूर्व केंद्रीय मंत्री मणि शंकर अय्यर ने शनिवार को यहां एक संगोष्ठि को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि मोदी सरकार की विदेश नीति खासकर पाकिस्तान, भूटान तथा नेपाल जैसे पड़ोसी मुल्कों के साथ बहुत खराब है;
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने के कारण कांग्रेस से निलम्बित किए गए वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री मणि शंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री की पड़ोसी मुल्कों खासकर नेपाल के प्रति नीति की कडी आलोचना करते हुए आरोप लगाया है कि वह नेपाल के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं।
श्री अय्यर ने शनिवार को यहां एक संगोष्ठि को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि मोदी सरकार की विदेश नीति खासकर पाकिस्तान, भूटान तथा नेपाल जैसे पड़ोसी मुल्कों के साथ बहुत खराब है। श्री मोदी पर नेपाल के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पहले नेपाल के साथ संबंधों में कुछ दिक्कतें आ रही थीं लेकिन मोदी सरकार ने उसे और खराब कर दिया है।
उन्होंने कहा कि नेपाल के आंतरिक मामलों में श्री मोदी ने 2014 में तब हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया था जब उन्होंने जनकपुरी में साइकिल बांटने और रैली को संबोधित करने की योजना बनायी। श्री अय्यर ने कहा कि श्री मोदी ने नेपाली नेताओं को संविधान संशोधन की सलाह दी थी जिसको लेकर नेपाल में कड़ी प्रतिक्रिया हुई। वहां के लोगों ने उनकी तुलना ब्रिटिश वॉयसराय माउंटबेटन तथा कर्जन करना शुरू कर दिया था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि श्री मोदी की विदेश नीति सिर्फ पाकिस्तान के लिए ही खतरनाक नहीं है बल्कि यह अन्य पड़ोसी मुल्कों के लिए भी ठीक नहीं है। मालदीव हमारा निकट सहयोगी था लेकिन यह छोटा देश भी आज हमें तरजीह नहीं देता है। मालदीव के लिए छोटी मोटी परियोजनाओं को भी खारिज किया जा रहा है। इसके विपरीत चीन का वर्चस्व हमारे यहां बढ रहा है।
बंगलादेश के संदर्भ में उन्होंने राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर का जिक्र किया और भारत को हिंदुओं का स्वाभाविक घर कहने पर भारतीय जनता पार्टी की सोच पर सवाल उठाए। भूटान को उन्होंने भारत का सबसे घनिष्ठ मित्र बताया लेकिन कहा कि वहां ऊर्जा उत्पादन घटाने के कारण स्थिति बदली है।