राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन भी गंभीर श्रेणी में

राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता गुरुवार को लगातार तीसरे दिन गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। शांत हवाओं और कम वेंटिलेशन के कारण प्रदूषकों का प्रवाह रुका हुआ है;

Update: 2020-12-24 17:22 GMT

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता गुरुवार को लगातार तीसरे दिन गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। शांत हवाओं और कम वेंटिलेशन के कारण प्रदूषकों का प्रवाह रुका हुआ है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक दोपहर के समय 425 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था। वहीं बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 433 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पिछले दिन 418 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली के 36 प्रदूषण निगरानी स्टेशनों में से 28 में वायु गुणवत्ता सूचकांक में गंभीर गिरावट देखी गई। नेहरू नगर, आनंद विहार, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम और आर.के.पुरम राष्ट्रीय राजधानी के क्षेत्रों में सबसे अधिक हानिकारक हवा दर्ज हुई, जो आपातकालीन स्तरों की ओर बढ़ रहे हैं।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तत्वावधान में आने वाले द सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने कहा कि शांत हवा, ठंड की स्थिति और कम वेंटिलेशन ने प्रदूषकों के फैलाव को रोक दिया है।

मौसम पूवार्नुमान एजेंसी ने कहा, "सतही हवाएं शांत हैं और इनके ऊपर उठने का पूवार्नुमान लगाया गया है और दिन के दौरान एक्यूआई में सुधार होने की संभावना होती है। अगले दो दिनों के लिए बेहतर वेंटिलेशन की स्थिति का अनुमान लगाया गया है। इसलिए 25 दिसंबर तक एक्यूआई के बहुत खराब स्तर के उच्च अंत और फिर उसमें सुधार करने का पूवार्नुमानित किया गया है।"

दिल्ली के पड़ोसी क्षेत्रों, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है, हालांकि गुरुग्राम 375 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के साथ थोड़े बेहतर एक्यूआई में है। ग्रेटर नोएडा और नोएडा में सबसे अधिक प्रदूषित हवा 455 और 447 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है।

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