मुजफ्फरपुर के बाद देवरिया में मासूमों के साथ दरिंदगी, 24 लड़कियां छुड़ाई गईं

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में बिहार के मुजफ्फरपुर जैसा मामला सामने आया है;

Update: 2018-08-07 00:28 GMT

- रतिभान त्रिपाठी

देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में बिहार के मुजफ्फरपुर जैसा मामला सामने आया है। देवरिया जिले के मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान में अनियमितताओं को लेकर सीबीआई जांच चल रही थी और आर्थिक अनुदान बंद कर दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद संचालिका उच्च न्यायालय का धौंस दिखाकर संस्था को चला रही थी। आज सुबह जब यहां से एक लड़की किसी तरह भागकर थाने पहुंची तो उसकी आपबीती सुनकर सभी चौंक गए। महिला थाने पहुंच कर लड़की ने अपनी आपबीती सुनाई। इसके तुरंत बाद महिला थाना के एसओ ने तत्काल एसपी को इसकी सूचना दी। एसपी रोहन पी कनय हरकत में आए और पुलिस फोर्स भेजकर मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान पर छापेमारी करवाई। जिसमें 42 लड़कियों में से 24 लड़कियों को वहां से छुड़ा लिया गया और संस्था की संचालिका, उसके पति और बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है।

लड़की ने सुनाई नरक की दास्तान

महिला थाने पहुंची लड़की ने जो आपबीती सुनाई है वह बिलकुल मुजफ्फरपुर कांड से मिलती जुलती है। लड़की ने कहा कि संस्था में एक दीदी हैं. उन्हें बड़ी मैम रात को कहीं भेजती थीं। कभी लाल गाड़ी तो कभी काली गाड़ी आती थी उनको ले जाने और जब दीदी सुबह में आती तो सिर्फ रोती थीं। कुछ भी पूछने पर बताती नहीं थी। हम लोगों से झाड़ू पोछा करवाया जाता था। वहीं इस मामले पर डीपीओ देवरिया का कहना है कि मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान के खिलाफ अनिमियता पाई गई थी। उसके आधार पर इनकी मान्यता स्थगित कर दी गई थी।

डीएम हटाए गए तीन अफसर निलंबित

देवरिया में महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के मामले को लेकर देश भर में तूफान मच गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में जिलाधिकारी सुजीत कुमार को हटा दिया है। अमित किशोर देवरिया के नए जिलाधिकारी बनाए गए हैैं। जिला प्रोबेशन अधिकारी, डीपीओ अभिषेक पाण्डेय को सस्पेंड करने के साथ ही अन्य अफसरों पर भी कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री ने इस मामले में महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी व मुख्य सचिव को भी तलब कर पूरी जानकारी ली। महिला कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव रेणुका कुमार व एडीजी महिला हेल्पलाइन अंजू गुप्ता को देवरिया भेजकर पूरे प्रकरण की जांच शुरू करा दी है। 

इस बीच बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए न केवल महिला उत्पीड़न के मामलों में बेतहासा बढ़ोतरी का इल्जाम लगाया वरन योगी सरकार को कानून व्यवस्था के मसले पर फेल बताया। 

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