दुनिया में शांति लाने के लिए अभिमान का त्याग जरुरी : महेश गिरी

 क्रोध, हिंसा और तनाव जैसी घटनाओं के पीछे अक्सर अभिमान की भावना दिखाई देती है जिसे त्याग कर दुनियां में शांति लाई जा सकती है;

Update: 2017-09-14 14:08 GMT

नई दिल्ली। क्रोध, हिंसा और तनाव जैसी घटनाओं के पीछे अक्सर अभिमान की भावना दिखाई देती है जिसे त्याग कर दुनियां में शांति लाई जा सकती है। जो व्यक्ति अपना अभिमान नहीं त्याग सकता वह न तो किसी से क्षमा मांग सकता है और न ही किसी को क्षमा कर सकता है। 

जैन धर्मावलंबियों द्वारा मनाये जा रहे क्षमा वाणी पर्व का मूल उद्देश्य व्यक्ति को अभिमान त्यागने के लिए प्रेरित करना है। उक्त बातें पूर्वी दिल्ली से सांसद महेश गिरी ने पांच दिवसीय जैन मेला समारोह के समापन कार्यक्रम में कहीं। मेला स्थल पर कवि सम्मलेन का आयोजन भी किया गया। जिसमें लाफ्टर चैलेंज फेम प्रसिद्ध हास्य कवि प्रताप सिंह फौजदार समेत अनेक कवियों ने अपनी कविताओं से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।

इसके साथ ही मेला स्थल पर पांच दिन तक स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाया गया जिसमें 10 डॉक्टरों की टीम ने करीब एक हजार लोगों के स्वास्थ्य की निशुल्क जांच की। इस अवसर पर स्थानीय सांसद के अलावा पार्षद अंजू कमलकांत, जैन युवा क्लब के अध्यक्ष सतीश जैन माटा, पारसमल जैन फिब्रोस ग्रुप, दीपक जैन, गौरव जैन आदि ने क्षमावाणी पर्व पर आयोजित मेले में उपस्थित लोगों से क्षमा मांगी। मेला संयोजक गौरव जैन ने कहा कि मेले में आने वाले युवाओं को जहां जैन धर्म एंव संस्कृति की जानकारी दी जा रही है। वहीं, युवाओं को समाज के प्रति नैतिक जिम्मेदारियां निभाने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है। 

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